दुनिया के सबसे खूंखार आतंकियों में शुमार बगदादी
इराक के सरकारी टीवी चैनल के अनुसार आइएस आतंकी गुट के खूंखार सरगना अबू बकर अल बगदादी का असली नाम अवाद इब्राहिम अल बदरी अल समारी है। इसका जन्म इराक के समारी में 1971 में हुआ था। इस्लाम के प्रति नरम रवैया रखने वाले एक सूफी परिवार में उसका जन्म
बगदाद। इराक के सरकारी टीवी चैनल के अनुसार आइएस आतंकी गुट के खूंखार सरगना अबू बकर अल बगदादी का असली नाम अवाद इब्राहिम अल बदरी अल समारी है। इसका जन्म इराक के समारी में 1971 में हुआ था। इस्लाम के प्रति नरम रवैया रखने वाले एक सूफी परिवार में उसका जन्म हुआ। 1990 के दशक में कभी फुटबाल का प्रेमी और पीएचडी का छात्र रहा है। वह एक मस्जिद की टीम के लिए फुटबाल खेलता था। बगदाद में इस्लामी इतिहास में उसने पीएचडी की है।
लेकिन इराक में छिड़े युद्ध के दौरान एक अमेरिकी शिविर में चार साल कैद रहने के बाद वह दुनिया के सबसे खूंखार आतंकियों में से एक बनकर उभरा। सद्दाम हुसैन का तख्तापलट करने के लिए अमेरिकी सेना ने इराक पर हमला किया। इसके बाद सैन्य अभियान के दौरान उसे पकड़कर 2005 में बुका के सैन्य शिविर में बंदी बनाकर रखा गया। 2009 में शिविर बंद होने के बाद उसे छोड़ दिया गया था।
जानकारी के मुताबिक, 2011 में सरकार ने उसके सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा। खुफिया एजेंसियों ने उस समय उसकी गतिविधियों को सबसे खतरनाक बताया था। अमेरिकी पत्रकारों जेम्स फोले व स्टीवन सोटलॉफ और ब्रिटिश पत्रकार डेविड हाइंस व एलन हेनिंग का सिर कलम करने के बाद भी उसके खिलाफ वारंट जारी किया गया था। तब आइएस को अलकायदा ने भी खूंखार का तमगा थमा दिया। बगदादी जुलाई में पहली बार यू-ट्यूब पर भड़काऊ भाषण के जरिये दुनिया के सामने आया था।
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