दाऊद, लखवी पर यूएन प्रतिबंध की निगरानी करेगा एपीजी
चीन के भारी विरोध के बावजूद भारत अब पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र के पैसेफिक ग्रुप ऑफ एनफोर्स (एपीजी) की निगरानी में ला सकेगा। इसके तहत एपीजी पाकिस्तान अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम, आतंकी जकीउर रहमान लखवी और लश्कर संस्थापक हाफिज सईद पर लगे संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के अमल पर नजर
नई दिल्ली। चीन के भारी विरोध के बावजूद भारत अब पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के पैसेफिक ग्रुप ऑफ एनफोर्स (एपीजी) की निगरानी में ला सकेगा। इसके तहत एपीजी पाकिस्तान अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम, आतंकी जकीउर रहमान लखवी और लश्कर संस्थापक हाफिज सईद पर लगे संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के अमल पर नजर रखेगा।
अधिकारियों के मुताबिक, पाकिस्तान के इस अंतरराष्ट्रीय संगठन से जुड़ने के बाद एपीजी अब पाकिस्तान में आतंकवादियों के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के अनुपालन के लिए निगरानी कर सकेगा। लिहाजा, अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंधित सूची में शामिल पाकिस्तान पर इन तीनों आतंकियों की संपत्ति को जब्त करने का दबाव बनाया जा सकेगा।
गौरतलब है कि चीन ने पहले इसका इस आधार पर विरोध किया था कि पाकिस्तान एफएटीएफ का सदस्य नहीं है। अधिकारियों के अनुसार, वैश्विक निकाय फाइनेंशियल टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की हाल की बैठक में आतंकवाद पर चीन ने खुलकर पाकिस्तान का साथ दिया था। चीन ने भारत से कहा था कि वह ब्रिस्बेन, आस्ट्रेलिया की बैठकों से पीछे हट जाए।
यहां भारत ने दाऊद की संपत्ति और आतंकी संगठन लश्कर की संपत्ति को जब्त करने के संबंध में पाकिस्तान के असहयोग का कड़ा विरोध किया था। भारत हालांकि चीन की इस मुहिम की हवा निकालने में कामयाब रहा है। खासकर सहयोगी देश जैसे अमेरिका को मनी लांड्रिंग पर एशिया पैसेफिक ग्रुप (एपीजी) से जोड़ लिया है। इस स्वायत्त और अंतरराष्ट्रीय संगठन के 41 सदस्य देश हैं।