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    विश्व कप फुटबॉल का रंगारंग आगाज

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    Updated: Fri, 13 Jun 2014 10:00 AM (IST)

    रंग, संस्कृति और ब्राजीली महक लिए चमचमाते रंगारंग कार्यक्रम के साथ गुरुवार को धरती के सबसे बड़े शो फीफा विश्व कप कार्निवाल का आगाज हो गया। साओ पाउलो के ...और पढ़ें

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    नई दिल्ली [जागरण न्यूज नेटवर्क]। रंग, संस्कृति और ब्राजीली महक लिए चमचमाते रंगारंग कार्यक्रम के साथ गुरुवार को धरती के सबसे बड़े शो फीफा विश्व कप कार्निवाल का आगाज हो गया। साओ पाउलो के कोरिंथियांस एरेना में पॉप सिंगर जेनिफर लोपेज, रैपर पिट बुल और ब्राजीली सिंगर क्लाउडिया ने एक साथ 'वी आर वन' [ओले ओला] गाकर झूमने और थिरकने का जो सिलसिला शुरू किया वह ब्राजील में अब महीने भर चलेगा।

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    हालांकि इस बीच शहर में कई जगह विश्व कप को लेकर भारी विरोध भी हुआ। प्रदर्शनकारी विश्व कप में खर्च की गई भारी-भरकम राशि का विरोध कर रहे थे।

    कार्यक्रम के दौरान स्टेडियम के बीचों बीच रखी गयी विशालकाय गेंद पर विभिन्न भाषाओं में स्वागत का संदेश लिखा नजर आया, जिसके इर्द-गिर्द कलाकार अपनी प्रस्तुति देते रहे। पेड़, पौधे व फूल का रूप धरे कलाकारों ने लोगों को ब्राजील की प्रकृति की झलक दिखाने की कोशिश की। आखिर में जेनिफर लोपेज, पिटबुल और क्लाउडिया की मंच पर एक साथ मौजूदगी ने स्टेडियम में मौजूद करीब 60,000 से ज्यादा लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं टीवी द्वारा दुनियाभर के करीब 100 करोड़ लोग इस कार्यक्रम का लुत्फ उठाया।

    एक महीने तक चलने वाले इस टूर्नामेंट में दर्शकों को दुनिया के दिग्गज फुटबॉलर का जलवा देखने को मिलेगा। वेन रूनी, क्रिस्टियानो रोनाल्डो, लियोन मेसी, नेमार, रॉबिन वान पर्सी, डिएगो कोस्टा, इकेर कैसिलास जैसे एक से बढ़कर खिलाड़ी क्लब की बजाए देश के लिए जी-जान लगाएंगे। इस बार विश्व कप में 35 करोड़ 80 लाख डॉलर की राशि दांव पर लगी हुई है। इसमें विजेता को चमचमाती विजेता ट्रॉफी के साथ साढ़े तीन करोड़ डॉलर [करीब 205 करोड़ रुपये] की राशि मिलेगी।

    सब-वे की हड़ताल रुकी, लेकिन विरोध प्रदर्शन जारी

    कई दिनों से चली आ रही सब-वे मजदूरों की हड़ताल विश्व कप के उद्घाटन के पहले बुधवार को खत्म हो गई, लेकिन शहर में इसके आयोजन को लेकर लोगों के प्रदर्शन ने गुरुवार को उग्र रूप ले लिया।

    चेहरे पर नकाब लगाए कई लोग सड़कों पर उतर आए और जमकर हंगामा काटा। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारी पुलिस से ही भिड़ गए, कई जगह आगजनी की और पुलिस पर पत्थरबाजी भी की। उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े। ब्राजील में विश्व कप के आयोजन को लेकर नागरिकों का एक वर्ग लगातार विरोध कर रहा है।

    इससे पहले, साओ पाउलो के 1,500 सब-वे मजदूरों ने वेतन विवाद को लेकर हड़ताल पर लौटने के खिलाफ वोट दिया। सरकारी दबाव और आम जनता के आक्रोश के मद्देनजर उन्होंने हड़ताल को आगे जारी नहीं रखने का फैसला किया। यूनियन ने कहा कि उसके सदस्य रैली निकालकर मांग करेंगे कि पांच दिवसीय हड़ताल के दौरान निकाले गए 42 मजदूरों को नौकरी पर दोबारा बहाल किया जाए। साओ पाउलो में खतरा टलने के बाद अब रियो डी जेनेरियो में तनाव पैदा हो गया है। वहां के हवाई अड्डा कर्मचारियों ने 24 घंटे तक काम नहीं करने का ऐलान किया है। उन्होंने वेतन में 5-6 प्रतिशत बढ़ोतरी की मांग की है।

    कोलकाता पर चढ़ा फुटबॉल का बुखार

    फुटबॉल विश्व कप के आगाज के साथ ही यह महानगर पूरी तरह इसकी गिरफ्त में आ गया है। फुटबॉल का गढ़ माने जाने वाले कोलकाता के गली-मोहल्ले, चाय-पान की दुकानों पर अब राजनीति की जगह नेमार-मेसी की चर्चा हो रही है। हर कोई अपनी पसंदीदा टीम की जीत का अभी से दम भर रहा है। विभिन्न फुटबॉल टीमों व उनके खिलाड़ियों की जर्सी धर्मतल्ला, देशप्रिय पार्क, सियालदह व देशप्रिय पार्क के बाजारों में धड़ल्ले से बिक रही हैं। मिठाइयों पर भी विश्वकप का रंग चढ़ा हुआ है। फुटबॉल व विभिन्न देशों के झंडों की आकृति वाली मिठाइयां लोगों का मन मोह रही हैं।

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