रोनाल्डो और मैसी भी नहीं कर पाए ये काम, जो करके दिखा चुका है ये खिलाड़ी
फीफा अंडर-17 का विश्व कप 2017 का पहला मैच दिल्ली और नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेला जाएगा।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। फीफा अंडर-17 का विश्व कप 2017 का आयोजन भारत में 6 से 28 अक्टूबर तक किया जाएगा। फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप का फाइनल कोलकाता में खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट के लिए चुने गए छह शहरों में मैच खेले जाएंगे नई दिल्ली, गोवा, कोच्चि, नवी मुंबई, गुवाहाटी और कोलकाता में इस टूर्नामेंट के मुकाबलों का आयोजन किया जाएगा। 28 अक्टूबर को कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में फाइनल खेला जाएगा।
टूर्नामेंट का पहला मैच दिल्ली और नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेला जाएगा। दोनों मैच छह अक्टूबर को होंगे। एक सेमीफाइनल भी नवी मुंबई में ही होगा। दूसरा सेमीफाइनल गुवाहाटी में खेला जाएगा। हर सेंटर में कम से कम आठ मैच खेले जाएंगे. क्वार्टर फाइनल गोवा, गुवाहाटी और कोच्चि में होंगे।
इस टूर्नामेंट से ये हैं भारत की उम्मीदें
ये पहला मौका है जब भारतीय फुटबॉल टीम इस टूर्नामेंट में अपना दमखम दिखाने जा रही है। फुटबॉल एक्सपर्ट नोवी कपाड़िया के मुताबिक 'भारतीय टीम शायद ही इस टूर्नामेंट के दूसरे दौर से आगे का सफर तय कर पाएगी।' वहीं एक दूसरी तरफ देखें तो ये एक अच्छी शुरुआत भी है, क्योंकि जिस देश में क्रिकेट की पूजा की जाती है उस देश की टीम पहली बार फुटबॉल जैसे खेल में इतने बड़े टूर्नामेंट में खेलने उतर रही है तो हमें इसे एक अच्छे आगाज़ की तरह ही देखना चाहिए।
2003 में इस टूर्नामेंट में आदू का चला था जादू
अमेरिका के फ्रेडी आदू का जादू भी फीफा अंडर-17 विश्व कप में खूब चला था। हालांकि वह अपने टीम को विजेता तो नहीं बना पाए थे, लेकिन 14 वर्षीय आदू ने अपनी हैट्रिक से खूब सुर्खियां बटोरी थी। आदू ने 2003 में फिनलैंड में हुए अंडर-17 विश्व के शुरुआती मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हैट्रिक लगाकर अपनी टीम को 6-1 से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
इसके चार साल बाद कनाडा में हुए अंडर-20 विश्व कप (2007) में पोलैंड के खिलाफ भी हैट्रिक दागकर अपनी टीम को इसी अंतर से शानदार जीत दिलाई थी। वह जूनियर स्तर पर दो विश्व कप में हैट्रिक लगाने वाले दुनिया के पहले फुटबॉलर बने थे।
सिर्फ कैसिलास ही कर सके ये बड़ा काम
स्पेन के इकेर कैसिलास एकमात्र ऐसे फुटबॉलर हैं जिन्होंने अंडर-17 विश्व कप में प्रतिनिधित्व करने के बाद एक कप्तान के रूप में अपने देश को फीफा विश्व कप का खिताब दिलाया। उनकी कप्तानी में स्पेन ने 2010 में नीदरलैंड्स को हराकर अपनी एकमात्र विश्व ट्रॉफी जीती थी।
अमेरिका ने की ब्राज़ील की बराबरी
अमेरिका की टीम 16वीं बार इस टूर्नामेंट में शिरकत कर रही है। इस मामले में उसने ब्राजील के रिकॉर्ड की बराबरी की है।
एक विश्व कप में जीते दो अवॉर्ड
फ्रांस के फ्लोरेंट सिनामा पोंगोले एक ही विश्व कप में गोल्डन बूट और गोल्डन बॉल का खिताब जीतने वाले पहले फुटबॉलर बने थे। उन्होंने 2001 में त्रिनिदाद और टोबैगो में एक उपलब्धि हासिल की थी।
गांबिया को मिले हैं सबसे ज़्यादा कार्ड
फीफा अंडर-17 विश्व कप में सर्वाधिक (18) कार्ड का रिकॉर्ड गांबिया की टीम के नाम है।
नाइजीरिया ने भी दिखाया है जलवा
नाइजीरिया एकमात्र ऐसा देश है जिसके खिलाड़ियों ने सर्वाधिक चार बार एडिडास गोल्डन बॉल का खिताब जीता। इनमें केलेची नवाकाली (2015), केलेची इहेनाचो (2013), सानी इमानुएल (2009) और फिलिप ओसुंदो (1987) शामिल हैं।
क्रिकेट की खबरों के लिए यहां क्लिक करें
अन्य खेलों की खबरों के लिए यहां क्लिक करें
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।