फिर क्यों सुशील कुमार पर लगाया एक करोड़ का दांव?
नरसिंह यादव ने पिछले साल सितंबर में ही लास वेगास में विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया था। अब भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने भी साफ किया है कि जिसने कोटा हासिल किया है वही अगस्त में रियो डि जेनेरियो जाएगा।
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। नरसिंह यादव ने पिछले साल सितंबर में ही लास वेगास में विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया था। अब भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने भी साफ किया है कि जिसने कोटा हासिल किया है वही अगस्त में रियो डि जेनेरियो जाएगा।
हालांकि अब इससे यह सवाल उठता है कि जब पहले से ही यह तय था कि नरसिंह ही ओलंपिक जाएंगे तो फिर ओलंपिक की तैयारी के नाम पर सुशील के प्रशिक्षण पर इस साल लगभग एक करोड़ रुपये क्यों खर्च किए गए?
सुशील हाल ही में जॉर्जिया से करीब 40 दिन का प्रशिक्षण लेकर आए हैं। इस साल उनके प्रशिक्षण में खेल मंत्रालय टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) के तहत करीब एक करोड़ रुपये खर्च कर चुका है। खेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि अगर डब्ल्यूएफआई को सुशील को ओलंपिक में नहीं भेजना था तो वह पहले ही बता देता।
अब यह बात सामने आ रही है कि वह ओलंपिक की दौड़ में नहीं है और महासंघ उनके और नरसिंह के बीच ट्रायल नहीं कराना चाहता। जबकि रियो ओलंपिक को देखते हुए ही सुशील को जॉर्जिया प्रशिक्षण के लिए भेजा गया था। सुशील ही नहीं उनके गुरु सतपाल पहलवान ने भी कहा कि जब ओलंपिक की तैयारियों को लेकर सरकार और भारतीय खेल प्राधिकरण ने सुशील पर इतना धन खर्च किया है तो एक बार ट्रायल होने में क्या बुराई है? अगर सुशील व नरसिंह का ट्रायल नहीं करवाना था तो फिर दिल्ली के इस पहलवान को ओलंपिक की तैयारियों के लिए विदेश में ट्रेनिंग क्यों दिलवाई गई?
सुशील ने की भावुक अपील
रियो ओलंपिक में जगह नहीं मिलने से निराश पहलवान सुशील कुमार ने अब सोशल मीडिया का सहारा लिया है। उन्होंने फेसबुक पर अपनी मार्मिक अपील अपलोड की है। उन्होंने इस वीडियो का कैप्शन दिया है कि मैं सिर्फ इतना चाहता हूं कि सबसे अच्छा खिलाड़ी देश के लिए खेलने जाए।
साथ ही उन्होंने 'जस्टिस फॉर सुशील' हैशटैग से कैंपेन भी शुरू किया है। इस वीडियो पर उन्हें लोगों की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है। सुशील ने अपनी अपील में कहा है कि मैं बस इतना चाहता हूं कि सबसे अच्छा पहलवान देश के लिए खेलने जाए। आप लोगों के माध्यम से बस इतना कहना चाहता हूं कि ट्रायल हों। मैं रियो की तैयारियां कर रहा हूं और उसके लिए मुझे आपका सहयोग चाहिए।