ऑल इंग्लैंड ओपन के फाइनल में साइना को मारिन ने दी शिकस्त
विश्व चैंपियन और दुनिया की छठे क्रम की खिलाडी कैरोलिन मारिन ने उलटफेर करते हुए ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में महिला एकल खिताब जीता। फाइनल में उन ...और पढ़ें

बर्मिंघम। विश्व चैंपियन और दुनिया की छठे क्रम की खिलाडी कैरोलिन मारिन ने उलटफेर करते हुए ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप में महिला एकल खिताब जीता। फाइनल में उन्होंने दुनिया की तीसरे क्रम की भारतीय खिलाड़ी साइना नेहवाल को 16-22, 21-14, 21-7 से पराजित किया। इसी के साथ यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनने का साइना का सपना टूट गया।
इस टूर्नामेंट के 20 साल के इतिहास में मारिन बाएं हाथ से खेलने वाली पहली चैंपियन हैं। यह उपलब्धि हासिल करने वाली वे पहली स्पेनिश खिलाड़ी भी हैं। इस फाइनल से पहले साइना और मारिन के बीच हुए तीनों मैच भारतीय खिलाड़ी ने जीते थे। साइना इससे पहले 2010 और 2013 में यहां सेमीफाइनल में पहुंची थीं।
भारत से अब तक प्रकाश पादुकोण [1980] और पुलेला गोपीचंद [2001] यह खिताब जीत चुके हैं। पहले गेम में साइना ने आत्मविश्वास के साथ शुरूआत की और विपक्षी की गलतियों का फायदा उठाया। थोडे से संघर्ष के बाद उन्होंने पहला गेम 21-16 से अपने नाम किया। दूसरे गेम की शुरूआत में ही साइना ने 6-1 की ब़़ढत बना ली थी, लेकिन विश्व चैंपियन ने लगातार चार अंक हासिल करते हुए वापसी की।
अपने जुझारू खेल के लिए लोकप्रिय मारिन ने संघर्ष जारी रखा, लेकिन साइना ने गलतियों को सुधारा। एक समय स्कोर 12-12 से बराबरी पर आ गया। इसके बाद मारिन ने विश्व चैंपियन की तरह खेलते हुए बढ़त बनाना शुरू किया और स्कोर 15-13 से अपने पक्ष में किया।
अगले अंक पर साइना ने लंबी रैली के बाद शॉट नेट पर मारा और मारिन ने अपनी बढत 16-13 कर दी। इसके बाद साइना के आत्मविश्वास में कमी झलकने लगी। आखिरकार मारिन ने दूसरा गेम 21-14 से अपने नाम किया।
तीसरे गेम में मारिन ने शुरआत में ही 3-1 की बढ़त बना ली थी, लेकिन गैर जरूरी गलती करते हुए उन्होंने साइना को वापसी का मौका दिया और स्कोर 3-2 हो गया। देखते ही देखते स्पेनिश खिलाडी ने अपनी बढत 17-5 तक पहुंचा दी। साइना लगातार गलतियां कर रही थीं और थकी हुई नजर आ रही थीं। आखिरकार शानदार स्मैश पर उन्होंने विजयी अंक हासिल करते हुए भारत की उम्मीदें तोड दीं।

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