यहां लगता है भूतों का मेला
मेले तो कई प्रकार के होते हैं कई मेले त्योहारों की रौनक बढ़ाने के लिए लगाये जाते हैं तो कहीं पशुओं का मेला भी लगता है। लेकिन मिर्जापुर केअहरौरा के बर ...और पढ़ें

मेले तो कई प्रकार के होते हैं कई मेले त्योहारों की रौनक बढ़ाने के लिए लगाये जाते हैं तो कहीं पशुओं का मेला भी लगता है। लेकिन मिर्जापुर केअहरौरा के बरही गांव में बेचूबीर की समाधि पर भूतों का मेला लगता है। इस मेले में भूत, चुड़ैल और डायन का जमावड़ा होता है।
अंधविश्वास के इस मेले में भूत-प्रेतों से लोगों को मुक्ति दिलायी जाती है। अंधविश्वास का यह सारा खेल पुलिसवालों के सामने होता है। यह मेला 350 वर्षों से लगाया जा रहा है। अंधविश्वास के इस मेले में फरियादी तो इंसान ही होता है लेकिन उसका कहना होता है कि उन पर किसी भूत-प्रेत का साया है और उन्हें इससे सिर्फ बेचूबीर बाबा ही मुक्ति दिला सकता है। यहां दूर-दूर से लोग अपना इलाज करवाने आते हैं। बेचुबाबा के समाधि की देखभाल उनके छह वंशज ही करते हैं। यहां भूत-प्रेतों के अलावा नि:संतान लोग भी आते हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।