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आखिर क्यों साइकिलों पर सवार हुए 258 दूल्हे

साइकिलों पर सवार ये दूल्हे शहर में बढ़ते ट्रैफिक प्रदूषण को रोकने और विवाह समारोह में बैंड और आतिशबाजी के जरिये होने वाले ध्वनि और वायु प्रदूषण को रोकने का संदेश दे रहे थे।

By Babita KashyapEdited By: Published: Wed, 07 Dec 2016 01:40 PM (IST)Updated: Wed, 07 Dec 2016 01:52 PM (IST)
आखिर क्यों साइकिलों पर सवार हुए 258 दूल्हे

आमतौर पर दूल्हा तो घोड़ी पर ही सवार होता है, लेकिन सूरत में ये नजारा कुछ बदला हुआ था। यहां 258 दूल्हे एक साथ साइकिलों पर सवार थे।

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दरअसल इन दूल्हों का मकसद लोगों को प्रदूषण मुक्ति के प्रति जागरुक करना था। पायनियरन्यूज के अनुसार साइकिलों पर सवार ये दूल्हे शहर में बढ़ते ट्रैफिक प्रदूषण को रोकने और विवाह समारोह में बैंड और आतिशबाजी के जरिये होने वाले ध्वनि और वायु प्रदूषण को रोकने का संदेश दे रहे थे।

पटेल समाज की ओर से आयोजित इस जन जागृति साइकिल रैली में सिर पर पगड़ी और साइकिल की सवारी कर रहे ये लोग सूरत पाटीदार पटेल समाज के वो युवा हैं। उल्लेखनीय है कि पटेल समाज के इन युवाओं ने दिल्ली के प्रदूषण से हो रही लोगों की मुश्किलों से सीख लेते हुए सूरत सहित देश के लोगों को अपने-अपने शहरों को प्रदूषण मुक्त बनाए रखने का संदेश दिया। साइकिल रैली निकालने वाले इन दूल्हों के हाथों में पर्यावरण बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा साइकलिंग करने की अपील वाले पोस्टर भी थे।

साइकिलों पर सवार ये दूल्हे शहर में बढ़ते ट्रैफिक प्रदूषण को रोकने और विवाह समारोह में बैंड और आतिशबाजी के जरिये होने वाले ध्वनि और वायु प्रदूषण को रोकने का संदेश दे रहे थे।

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