विवादास्पद बयान पर मुफ्ती ने कहा, अभी भी बयान पर हूं कायम
रविवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद ही मुफ्ती मोहम्मद सईद ने विवादास्पद बयान दिया था। उनके इस बयान को लेकर सड़क से संसद तक शोर मच गया है। उसी बात को लेकर आज विपक्ष ने संसद से वाकऑउट भी किया और केंद्रीय गृहमंत्री
जम्मू। रविवार को जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद ही मुफ्ती मोहम्मद सईद ने विवादास्पद बयान दिया था। उनके इस बयान को लेकर सड़क से संसद तक शोर मच गया है। उसी बात को लेकर आज विपक्ष ने संसद से वाकऑउट भी किया और केंद्रीय गृहमंत्री राजनीथ सिंह को उनके बयान का खंडन करना पड़ा कि मुफ्ती के बयान से भाजपा कोई इत्तेफाक नहीं रखती है। यह उनका बयान है।
आपको बता दें, राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएं आने और संसद में शोर मचने के बाद मुफ्ती मोह्म्मद ने सफाई पेश की है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मैंने जो कहा था उस पर अभी भी कायम हूं। हुर्रियत ने वोट की ताकत को समझा। मेरे बयान को मीडिया में तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है। मीडिया तिल का ताड़ बना रही है। जिस पर मुफ्ती मोहम्मद ने सफाई दी है।
गौरतलब है कि रविवार को शपथ ग्रहण के बाद नए उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह के साथ गठबंधन सरकार का न्यूनतम साझा कार्यक्रम जारी करते हुए मुफ्ती ने राज्य में चुनावी माहौल बनाने का श्रेय पाकिस्तान और अलगाववादियों को भी दिया। उन्होंने पाकिस्तान का हवाला देते कहा कि सीमा पार के लोगों ने माहौल को चुनाव के लायक बनाने में सहयोग दिया। ऐसी ही भूमिका निभाते हुए अलगाववादियों ने भी स्पष्ट संकेत दिए कि वे चाहते हैं कि राज्य में लोकतांत्रिक ढांचा बहाल हो। अलगाववादी नेता सज्जाद लोन के भाजपा के कोटे में मंत्री बनने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक नई शुरुआत है और अन्य भी इस पर अमल कर सकते हैं। इसलिए कि हीरे को हीरा ही काटता है।
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