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    दक्षिण सूडान से भारतीयों की सुरक्षित वापसी की कवायद शुरू

    केंद्र सरकार से दक्षिण सूडान में फंसे भारतीयों की सुरक्षित वतन वापसी की कोशिशें शुरू कर दी हैं। इसको लेकर आज पीएम मोदी ने एक बैठक भी की है।

    By Kamal VermaEdited By: Updated: Tue, 12 Jul 2016 03:09 PM (IST)

    नई दिल्ली (एएनआई)। केंद्र सरकार ने दक्षिण सूडान में फंसे भारतीयों को सुरक्षित स्देश लाने की कवायद शुरू कर दी है। इसकी जानकारी देते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्राज ने ट्वीट कर कहा है कि वह दक्षिण सूडान में लगातार बदल रही परिस्थितियों से पूरी तरह से वाकिफ है। सरकार सभी भारतीयों को वहां से निकालने के लिए प्रयास कर रही है। इसके साथ ही उन्होंने भारतीयों को फिलहाल दक्षिण सूडान की यात्रा पर न जाने की भी सलाह दी है।

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    विदेश मंत्री का कहना है कि सरकार दक्षिण सूडान की बदलती परिस्थितियों के बीच भारतीयों को वहां से निकालने के सभी जरूरी उपाय कर रही है, वह चिंता न करें। उन्होंने यह भी कहा है कि वहां पर मौजूद भारतीयों की सुरक्षा केंद्र सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है और वह खुद लगातार दक्षिण सूडान के हालातों का जायजा ले रही हैं। इसके लिए वह लगातार वहां मौजूद दूतावास के संपर्क में भी हैं। इस मुद्दे पर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बैठक भी की। इसमें दक्षिण सूडान के ताजा हालात का जायजा लिया गया और वहां बसे भारतीयों को हर संभव मदद की बात कही गई।

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    दक्षिण सूडान में बसे कुछ लोगों ने सुषमा स्वराज को वहां से निकालने के लिए ट्वीट कर मदद भी मांगी है। इनमें से कुछ का कहना है कि वह वहां पर भीषण गोलीबारी के बीच फंसे हुए हैं। सुषमा ने इन सभी लोगों से लगातार भारतीय दूतावास के संपर्क रहने को कहा है। गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को दक्षिण सूडान की राजधानी जूबा में जमकर गोलीबारी हुई थी। यह गोलीबारी सरकार के ही दो सबसे वरिष्ठ नुमाइंदों के बॉडीगार्ड और उनके समर्थक सैनिकों के बीच हुई थी। जिसके बाद हालात लगातार बेकाबू होते चले गए। इसके बाद वहां के नागरिकों का पांचवां स्वतंत्रता दिवस भी डर के साए में ही बीता। हालांकि आज राष्ट्रपति सल्वा कीर और उपराष्ट्रपति रीक माचार ने संघर्ष विराम का आदेश दिया है। इस फैसले के बाद यहां पर हालात कुछ सामान्य होने के आसार हैं।

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