लोकसभा में बोलीं सुषमा, पाकिस्तान के साथ 'युद्ध' करना नहीं है विकल्प
लोकसभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि युद्ध विकल्प नहीं है। भारत सरकार का स्पष्ट मत है कि पाकिस्तान के साथ बातचीत होनी चाहिए लेकिन आतंकवाद और बातचीत दोनों एक साथ मुमकिन नहीं है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पाकिस्तान के साथ रिश्तों को सामान्य बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही केंद्र सरकार ने एक बार फिर पड़ोसी देश को शांति का पैगाम दिया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज कहा कि पाकिस्तान के साथ युद्ध विकल्प नहीं है। उन्होंने लोक सभा में प्रश्न काल के दौरान यह भी कहा कि पाकिस्तान के साथ बातचीत करके ही आतंक के साये का खात्मा कर सकता है। भारतीय विदेश मंत्री का यह बयान दोनों देशों में रिश्तों में हो रहे बदलाव का साफ संकेत है।
यह लगातार तीसरा दिन है जब केंद्र सरकार के उच्चपदस्थ मंत्रियों की तरफ से पड़ोसी देश के साथ रिश्ते को बातचीत के जरिए सुलझाने पर जोर देने के बयान आये हैं। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी पाक के साथ बातचीत की हिमायत की थी। स्वराज ने बताया कि पेरिस में जब दोनों देशों ंके प्रधानमंत्रियों की मुलाकात हुई तभी यह फैसला हुआ था कि आतंक के मुद्दे पर भी बातचीत की जाएगी। भारत ने पाक से कहा कि आतंक के खात्मे के लिए बातचीत का होना जरुरी है। इसलिए हमने बैंकाक में बातचीत की और वहां आतंक पर चर्चा हुई। लेकिन एक बार मिलने से इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता और हमें बातचीत के सिलसिले को जारी रखना होगा।
पाक अधिकृत कश्मीर में बनाये गये आतंकी कैंप को लेकर भी वहां की सरकार के साथ बातचीत की जा रही है। सरकार ने बातचीत का रास्ता ही दरअसल, सुषमा स्वराज से यह पूछा गया था कि अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए जिस तरह की कार्रवाई की थी क्या भारत भी उस तरह के विकल्प पर विचार कर रहा है? इस पर स्वराज का जबाव था कि पाक के साथ युद्ध विकल्प नहीं है। पीएम मोदी का भी यही विचार है कि हमें बातचीत के जरिए ही आतंक को समाप्त करने की कोशिश करनी चाहिए। स्वराज ने सफाई दी कि यह बातचीत पूरी तरह से द्विपक्षीय आधार पर की जा रही है और इसमें कोई भी तीसरा पक्ष शामिल नहीं है।
इस्लामाबाद की अपनी यात्रा व वहां हुई वार्ता के आधार पर उन्होंने कहा कि एनएसए स्तर की बातचीत आगे भी होती रहेगी।सनद रहे कि कुछ महीने पहले जब म्यंमार में छिपे पूर्वोत्तर के कुछ आतंकी संगठनों पर सुरक्षा बलों ने कार्रवाई की थी तब मोदी सरकार के कुछ अहम मंत्रियों ने इसे पाकिस्तान के लिए चेतावनी करार दिया था। लेकिन भारत अब इस बात पर खास जोर दे रहा है कि पड़ोसी मुल्क पाक के साथ अब सारी समस्याओं का हल बातचीत से ही निकाला जाएगा।
सीबीआई की छापेमारी पर संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि इस मुद्दे पर लोकसभा में रनिंग कमेंट्री नहीं की जा सकती है। भ्रष्टाचार के मामलों को छिपाने के लिए सरकार या सीबीआई पर निशाना साधना गलत है।
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