उप-राष्ट्रपति का चुनाव नहीं लड़ना चाहते वेंकैया नायडू
वेंकैया नायडू ने कहा कि उन्हें लोगों से मिलने-जुलने, उनके बीच रहने और उनकी सेवा करने में खुशी मिलती है। कोई रस्मी पद लेकर वह लोगों से दूर नहीं हो सकते।
नई दिल्ली, प्रेट्र। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने मंगलवार को कहा कि वह किसी रस्मी पद पर आसीन होने के इच्छुक नहीं हैं क्योंकि यह उन्हें लोगों से दूर कर देगा। इसीलिए अगर कोई उन्हें मजबूर भी करेगा तो भी वह उप-राष्ट्रपति पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे।
वेंकैया नायडू ने कहा कि उन्हें लोगों से मिलने-जुलने, उनके बीच रहने और उनकी सेवा करने में खुशी मिलती है। कोई रस्मी पद लेकर वह लोगों से दूर नहीं हो सकते। उन्होंने हाल में घोषणा की थी कि वह न तो राष्ट्रपति बनना चाहते हैं और न ही उप-राष्ट्रपति, बल्कि वह उषा (उनकी पत्नी) के पति बने रहकर ही खुश हैं। उन्होंने कहा, 'मैं बिना किसी बाधा के बोलना चाहता हूं और वो कहना चाहता हूं जो मैं महसूस करता हूं। अलग-अलग जगह घूमना, लोगों से मिलना और उनका खाना खाना चाहता हूं।' मालूम हो कि उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी का कार्यकाल 10 अगस्त को समाप्त हो रहा है।
कोविंद के साथ जाएंगे जम्मू-कश्मीर
वेंकैया नायडू बुधवार को राजग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद के साथ जम्मू-कश्मीर जाएंगे। कोविंद 17 जुलाई को होने वाले चुनाव के मद्देनजर विधायकों का समर्थन जुटाने के मकसद से देशव्यापी दौरा कर रहे हैं। 4 जुलाई को कोविंद की तेलंगाना और आंध्र प्रदेश यात्रा के दौरान भी वेंकैया उनके साथ होंगे।
मालूम हो राष्ट्रपति के चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों के अलावा राज्य विधानसभाओं के विधायक भी मतदाता होते हैं। राष्ट्रपति चुनाव में कुल मत संख्या 10,98,882 है। लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य के मत का मूल्य 708 होता है जबकि एक विधायक के मत का मूल्य उस राज्य की जनसंख्या पर निर्भर करता है।
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