Move to Jagran APP

कश्‍मीर में भड़की हिंसा में अब तक 53 लोगों की मौत, 200 से अधिक घायल

कश्मीर में शुक्रवार को तीन और लोग यहां हुई हिंसक झड़प की भेंट चढ़ गए। इसके साथ ही यहां पर मरने वालों का आंकड़ा 53 तक पहुंच गया है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Sat, 06 Aug 2016 12:40 AM (IST)Updated: Sat, 06 Aug 2016 09:23 AM (IST)

श्रीनगर (राज्य ब्यूरो)। कश्मीर में लगातार 28वें दिन भी हालात सुधरने के बजाए और बिगड़ गए। जवाहर सुरंग से लेकर एलओसी से सटे कुपवाड़ा तक हुई हिंसक झड़पों में कल तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि 30 पुलिस कर्मियों समेत 200 से ज्यादा लोग जख्मी हुए। हिंसा की भेंट चढ़ी वादी में मरने वालों का आंकड़ा 53 तक पहुंच गया है। इस दौरान हिंसक भीड़ ने श्रीनगर के हबक इलाके में स्वास्थ्य राज्यमंत्री आसिया नक्काश और बडगाम के खानसाहब इलाके में विधायक हकीम मुहम्मद यासीन के आवासों पर पथराव किया।

loksabha election banner

चाडूरा में एक सैन्य शिविर, खानसाहब में एसडीपीओ कार्यालय पर हमला करने के अलावा छह एंबुलेंस को क्षति पहुंचाई गई। अनंतनाग में लोगों ने मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का पुतला भी जलाया। पुलिस ने इससे इन्कार किया है। प्रशासन ने हजरतबल मार्च नाकाम बनाने के लिए पूरे कश्मीर में कर्फ्यू लगा दिया था। कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी व उदारवादी हुर्रियत प्रमुख मीरवाइज मौलवी उमर फारूक को हिरासत में ले लिया।

अलगाववादियों ने शुक्रवार को कश्मीर में हजरतबल दरगाह चलो मार्च का एलान किया था। ¨हसा भड़कने की आशंका को देख प्रशासन ने हजरतबल की तरफ आने जाने वाले रास्तों के साथ वादी में संवेदनशील इलाकों के रास्ते बंद कर दिए। कट्टरपंथी गिलानी नजरबंदी भंग कर हैदरपोरा स्थित अपने निवास से और मीरवाइज मौलवी उमर फारूक नगीन स्थित मकान से बाहर अपने समर्थकों संग नारेबाजी करते हुए हजरतबल के लिए निकले। पुलिस ने दोनों को उनके घरों से कुछ ही दूरी पर रोक हिरासत में ले लिया।

गिलानी को हुमहामा में और मीरवाइज को नगीन पुलिस स्टेशन में बंद रखा है। सुबह 11.30 बजे तक स्थिति लगभग शांत थी। इसके बाद हर जगह से हिंसक झड़पों की खबरें आने लगीं। पुलिस जहां भी जुलूस निकाल रही भीड़ को रोकती हिंसा भड़क उठती। सबसे ज्यादा हिंसा बडगाम के चाडूरा और बीरवाह में, बारामुला के सोपोर और कुपवाड़ा में हुई है। चाडूरा में सैन्य शिविर पर हमला कर रही भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस व अर्धसैनिकबलों के जवानों को फायरिंग करनी पड़ी जिसमें मुहम्मद मकबूल वागे प्रदर्शनकारी की मौत हो गई, जबकि 30 अन्य घायल हो गए।

बीरवाह में जहूर अहमद नाम का प्रदर्शनकारी गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे एसएमएचएस अस्पताल लाया गया, जहां वह अपने जख्मों की ताव न सहते हुए चल बसा। उत्तरी कश्मीर के सोपोर में देर शाम गए तक 70 से ज्यादा प्रदर्शनकारी जख्मी हुए । इनमें से एक दानिश रसूल मीर निवासी मनगाम वागूरा मारा गया। कुपवाड़ा के विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसक झड़पों में 35 प्रदर्शनकारियों के जख्मी होने की सूचना है। श्रीनगर शहर का राजबाग इलाका जिसे सबसे ज्यादा शांत माना जाता है, पूरी तरह जंग का मैदान बना हुआ था। रैनावारी,बेमिना, हबक, डाउन-टाउन,छत्ताबल, खनयार में पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच शाम तक झड़पें होती रही।

बुलंदशहर हाईवे रेप मामले में पीडि़त परिजनों को पुलिस से नहीं न्याय की उम्मीद

कांवडि़यों के बारे में ये क्या बोल गए जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव

बुलंदशहर हाईवे रेप मामले में मां-बेटी को यूपी सरकार ने आवंटित किए दो आवास


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.