एक हफ्ते से गुरदासपुर में घूम रहे थे आतंकी
सोमवार को दीनानगर थाने पर हुए आतंकी हमले के बाद हो रहे खुलासे चौंकाने वाले सामने आ रहे हैं। पुलिस द्वारा जीपीएस सिस्टम की जांच करने पर सामने आया है कि आरोपी 21 जुलाई से क्षेत्र में सक्रिय थे।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर। सोमवार को दीनानगर थाने पर हुए आतंकी हमले के बाद हो रहे खुलासे चौंकाने वाले सामने आ रहे हैं। पुलिस द्वारा जीपीएस सिस्टम की जांच करने पर सामने आया है कि आरोपी 21 जुलाई से क्षेत्र में सक्रिय थे। इस बात की पुष्टि गुरुवार को गुरदासपुर में घटित घटना और एक बुक स्टोर के कारिदें द्वारा बस में तीन संदिग्धों को देखने की बात से भी होती है।
दीनानगर में मारे गए आतंकवादियों के जीपीएस सिस्टम ट्रैक होने से पता चला है कि वह 21 जुलाई से जिले में घूम रहे थे। साफ जाहिर है कि वह रात के समय कहीं न कहीं रुकते थे। यही नहीं आतंकवादियों से जिले में घुसने का जो रास्ता बताया जा रहा है कि उस पर गुज्जर समुदाय के लोग भी बड़ी संख्या में बसे हुए हैं। ऐसे में संदेह की सुई उनकी तरफ भी जा सकती है।
हालांकि पुलिस उक्त मामलों को लेकर भी छानबीन कर रही है, लेकिन कोई कुछ बताने को तैयार नहीं है। आतंकवादी हमले को लेकर पुलिस, सेना और बीएसएफ अधिकारियों में लगातार तालमेल बना हुआ है। गुरुवार को भी एसएसपी गुरदासपुर गुरप्रीत सिंह तूर ने बताया कि उनकी बीएसएफ अधिकारियों से सुरक्षा संबंधी बैठक हुई।
उधर, आतंकवादियों के शवों का चौथे दिन भी पोस्टमार्टम नहीं हो पाया। सिविल अस्पताल के एसएचएम डॉक्टर सुधीर कुमार ने बताया कि उन्हें इस संबंध में अभी तक कोई आदेश प्राप्त हुआ है।