तंजानिया मूल की युवती का आरोप, निवस्त्र होकर सड़क पर चलने को किया गया मजबूर
तंजानिया मूल की 21 साल की एक युवती ने आरोप लगाया है कि 31 जनवरी की रात कुछ अज्ञात लोगों ने उसका टॉप उतरवाकर उसे सरेआम बेंगलुरू की सड़कों पर चलने के लिए मजबूर किया।
बेंगलुरू। तंजानिया मूल की 21 साल की एक युवती ने आरोप लगाया है कि 31 जनवरी की रात कुछ अज्ञात लोगों ने उसका टॉप उतरवाकर उसे सरेआम बेंगलुरू की सड़कों पर चलने के लिए मजबूर किया।
पीड़िता के मुताबिक इस घटना से पहले सुड़ान की एक मेडिकल छात्रा की गाड़ी से हुए एक्सिडेंट में 35 साल की एक महिला सबीन ताज की मौत हो गई थी जबकि उसके पति सनाउल्ला खान को गंभीर चोट आई थी।
पीड़िता ने पुलिस में दी शिकायत में कहा है कि उसी रात कुछ अज्ञात लोगों की भीड़ जमा हुई और उसने सुड़ानी युवती की कार को आग के हवाले कर दिया। यही नहीं भीड़ ने पीड़ित युवती की कार में भी आग लगा दी। हालांकि पीड़ित युवती ने रविवार को पुलिस में दी शिकायत में टॉप निकालने वाली बात नहीं बोली थी लेकिन बुधवार को उसने पुलिस के सामने बयान दिया कि भीड़ ने जबरदस्ती उसका टॉप निकलवाया और उसे सरेआम गली में चलने के लिए मजबूर किया।
इस मामले पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि उन्होंने इस मामले में कर्नाटक के मुख्यमंत्री एस सिद्दारमैया से बात कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। सुषमा स्वराज के मुताबिक सिद्दारमैया ने उन्हें जानकारी दी है कि इस मामले में चार आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।