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सोनिया-राहुल ने हड़पी करोड़ों की संपत्ति

गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के बाद अब सीधे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके पुत्र राहुल गांधी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। वाड्रा पर अरविंद केजरीवाल के खुलासों से पैदा हुई गरमी अभी थमी नहीं थी कि जनता पार्टी अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने दस्तावेजी सुबूतों के साथ सीधे संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके पुत्र राहुल गांधी पर हमला कर सियासी भूचाल ला दिया है। आरोप है कि इन दोनों ने एक निजी कंपनी बनाकर अखबारों की 1600 करोड़ की जायदाद हासिल कर ली है।

By Edited By: Published: Thu, 01 Nov 2012 05:19 PM (IST)Updated: Thu, 01 Nov 2012 09:46 PM (IST)
सोनिया-राहुल ने हड़पी करोड़ों की संपत्ति

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के बाद अब सीधे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके पुत्र राहुल गांधी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। वाड्रा पर अरविंद केजरीवाल के खुलासों से पैदा हुई गरमी अभी थमी नहीं थी कि जनता पार्टी अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने दस्तावेजी सुबूतों के साथ सीधे संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके पुत्र राहुल गांधी पर हमला कर सियासी भूचाल ला दिया है। आरोप है कि इन दोनों ने एक निजी कंपनी बनाकर अखबारों की 1600 करोड़ की जायदाद हासिल कर ली है।

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सोनिया गांधी और उनके परिवार के खिलाफ वर्षो से विवादास्पद बयान देते रहे स्वामी ने इस बार इन पर कंपनी कानून, आय कर कानून और भारतीय दंड संहिता और निर्वाचन कानूनों के उल्लंघन का आरोप लगाया है। स्वामी के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और महासचिव राहुल गांधी ने मिल कर 'यंग इंडिया' नाम की कंपनी बना कर न सिर्फ दिल्ली, लखनऊ और उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों में अखबार के लिए सस्ती दर पर उपलब्ध करवाई गई जमीन पर कब्जा कर लिया, बल्कि इस दौरान कई कानूनों का भी जम कर उल्लंघन किया। स्वामी ने इस पूरे मामले में सीबीआइ या गंभीर अनियमितता जांच कार्यालय [एसएफआइओ] की जांच करवाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि वह केजरीवाल की तरह सिर्फ हवा में आरोप नहीं लगाएंगे, बल्कि संबंधित कागजात के साथ अदालत का दरवाजा भी खटखटाएंगे।

राजग में शामिल हो चुके पूर्व सांसद के मुताबिक गांधी परिवार की इस निजी कंपनी ने पिछले साल फरवरी में 'नेशनल हेराल्ड' और 'कौमी आवाज' नाम के अखबार निकालने वाली कंपनी 'एसोसिएट जर्नल्स' [एजेपीएल] को खरीद लिया। स्वामी ने कंपनी रजिस्ट्रार के कागजात पेश कर दावा किया है कि एजेपीएल कंपनी को हासिल करने में बहुत सी अनियमितताएं हुई हैं। इसे कांग्रेस पार्टी की ओर से 90 करोड़ का बिना जमानत का कर्ज दिया गया था, जबकि कानूनन कोई पार्टी किसी कंपनी को कर्ज नहीं दे सकती।

राहुल गांधी की कंपनी ने दिल्ली के आइटीओ के पास अखबार चलाने के लिए दी गई कीमती जमीन पर बने 'हेराल्ड हाउस' को किराए पर दे दिया। पिछले दिनों विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने इसी बिल्डिंग में पासपोर्ट सेवा केंद्र का उद्घाटन किया, जिसके लिए नई कंपनी को सरकार मोटा किराया दे रही है। यहां तक कि इस कंपनी ने रजिस्ट्रार को दी गई जानकारी में माना है कि कंपनी के शेयर धारकों की बैठक सोनिया गांधी के सरकारी आवास दस जनपथ में हुई। जबकि कानूनन सरकारी आवास का काम किसी व्यावसायिक काम के लिए नहीं किया जा सकता।

यहां तक कि कंपनी ने पिछले साल रजिस्ट्रार के पास अपने शेयर धारकों की जो लिस्ट दी है, उसमें 80 फीसद नाम ऐसे हैं, जिनका काफी पहले निधन हो चुका है। यहां तक कि इसमें जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और जीडी बिरला तक के नाम शामिल हैं। स्वामी के मुताबिक राहुल पुरानी कंपनी एजेपीएल में भी बड़े शेयर धारक थे, लेकिन चुनाव आयोग को दिए शपथपत्र में उन्होंने इसकी जानकारी छुपा ली।

स्वामी के खिलाफ अदालत जाएंगे राहुल गांधी

सुब्रमण्यम स्वामी के आरोपों का पहली बार गांधी परिवार ने भी सीधा और तीखा प्रतिकार किया है। स्वामी की ओर से लगाए गए आरोपों को आधारहीन और तथ्यहीन बताते हुए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के कार्यालय ने स्वामी के नाम पत्र के जरिये चेताया है कि उनके आरोपों के खिलाफ सभी संभव कानूनी कार्रवाई किए जाएंगे ताकि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दुरुपयोग न हो।

कांग्रेस महासचिव की ओर से उनके सहयोगी एस रामाकृष्णन के लिखे इस पत्र में कहा गया है कि स्वामी के आरोप पूरी तरह से दुर्भावना से प्रेरित और गैर-जिम्मेदाराना हैं। लिहाजा इसके खिलाफ कानून में उपलब्ध हर तरीके का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि स्वामी जैसे व्यक्ति और उनकी पार्टी जैसा संगठन लिखने और बोलने की स्वतंत्रता का गलत इस्तेमाल न करे।

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