पीएम मोदी की नाराजगी के बाद बोले स्वामी, अब कम बोलूंगा
केंद्र सरकार और भाजपा दोनों के लिए समस्या खड़ी करने वाले स्वामी ने शुक्रवार को ट्विटर पर लिखा कि अब वह एक सोशल मीडिया पर कम सक्रिय रहेंगे।
नई दिल्ली। भाजपा के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के तेवर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाराजगी के बाद बदलते नजर आ रहे हैं। अपने बयानों से केंद्र सरकार और भाजपा दोनों के लिए समस्या खड़ी करने वाले स्वामी ने शुक्रवार को ट्विटर पर लिखा कि अब वह एक सोशल मीडिया पर कम सक्रिय रहेंगे।
दिलचस्प बात यह भी है कि शुक्रवार को सुबह-सुबह स्वामी ने ट्विटर पर लिखा कि अगर मैं इंडेक्स नंबर के सैमुअल्सन-स्वामी थ्योरी को भारतीय जीडीपी की गणना या आरबीआई इंटरेस्ट रेट पर लागू करूं तो मीडिया चिल्लाने लगेगी कि ये पार्टी विरोधी गतिविधि है।'
If I apply Samuelson-Swamy Theory of Index Numbers to India's GDP calculation or RBI interests rates, media will scream anti party activity!
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 1, 2016
हालांकि, इस ट्वीट के करीब नौ घंटे बाद उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि अगले एक हफ्ते तक उनके पास कई सारे मुद्दे हैं, लिहाजा अब वो कम ट्वीट करेंगे।
स्वामी ने अपने ताजा ट्वीट में अपने कम 'बोलने' का कारण भी बताया है। उन्होंने कहा है कि अब उन्हें राम मंदिर, नैशनल हेरल्ड केस, सुप्रीम कोर्ट में स्वामी दयानंद सरस्वती की मंदिरों को सरकारों के नियंत्रण से मुक्त रखने वाली रिट पिटिशन की वकालत करना, एयरसेल मैक्सिस और चेन्नै सुपरकिंग्स पर बैन और कुछ अन्य मामलों के लिए समय चाहिए। स्वामी ने कहा कि अपनी व्यस्तता के कारण एक हफ्ते तक वह कम ट्वीट करेंगे।
Now Ram Temple, NH, Impleading in Swami Dayananda's WP in SC, Aircel Maxis, CSK ban etc requires me to concentrate. So few tweets for 1 week
— Subramanian Swamy (@Swamy39) July 1, 2016
पीएम ने सुनाई थी खरी-खरी
गौरतलब है कि भाजपा को अपने बयानों से असहज करने वाले राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिनों खरी खरी सुनाई। पीएम ने कहा कि अगर कोई पब्लिसिटी के लिए बयान दे रहा है तो ये गलत है। मोदी ने कहा कि कोई भी पार्टी से बड़ा नहीं हो सकता, वहीं स्वामी ने ट्विटर के जरिए पीएम पर पलटवार किया। उन्होंने बुधवार सुबह ट्वीट किया कि वह पब्लिसिटी के पीछे नहीं भागते, बल्कि पब्लिसिटी उनके पीछे भागती है।
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