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किताबों में उठाए मुद्दों पर जवाब दें सोनिया व राहुल

भाजपा ने सोमवार को सोनिया गांधी और राहुल गांधी से कहा कि वे सत्ता के दो केंद्रों और प्रधानमंत्री के राजनीतिक अधिकार के बारे में पूर्व कोयला सचिव पीसी पारेख और प्रधानमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारू की किताबों में उठाए गए मुद्दों पर सफाई दें। भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमन ने कहा कि दोनों कित

By Edited By: Published: Tue, 15 Apr 2014 03:19 AM (IST)Updated: Tue, 15 Apr 2014 07:47 AM (IST)
किताबों में उठाए मुद्दों पर जवाब दें सोनिया व राहुल

नई दिल्ली। भाजपा ने सोमवार को सोनिया गांधी और राहुल गांधी से कहा कि वे सत्ता के दो केंद्रों और प्रधानमंत्री के राजनीतिक अधिकार के बारे में पूर्व कोयला सचिव पीसी पारेख और प्रधानमंत्री के पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारू की किताबों में उठाए गए मुद्दों पर सफाई दें।

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भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमन ने कहा कि दोनों किताबों ने केवल उन्हीं बातों को बल दिया है जिनके बारे में भाजपा हमेशा से कहती रही है। यह परिवार अब इन सवालों का जवाब देने की जिम्मेदारी से भाग नहीं सकता। यही समय है जब इन सवालों का जवाब दिया जाए। इन मुद्दों से मुंह मोड़ने की जगह पारेख और बारू के उठाए गए मुद्दों का सोनिया और राहुल हर हाल में जवाब दें। वंशवाद की राजनीति ने पिछले दस वर्षो में देश को बर्बाद कर दिया है। यहां तक कि स्वीकृति से लूट होती रही और प्रधानमंत्री या अन्य जवाब देने के लिए उपलब्ध नहीं रहे। सीतारमन ने यह भी कहा कि नेतृत्व, श्रेय, फैसले सबकुछ परिवार (गांधी परिवार) के नाम गया जब जवाबदेही और गलत काम करने की बात स्वीकार करने बात आई तो उसका श्रेय इस परिवार को नहीं दिया जाता।

पारेख को अंतत: क्लीन चिट देगी सीबीआइ : विनोद राय

पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) विनोद राय सोमवार को पूर्व कोयला सचिव पीसी पारेख के समर्थन में उतर आए। कोल ब्लॉक आवंटन घोटाले में पारेख को सीबीआइ ने नामजद अभियुक्त बनाया है। राय ने दावा किया है कि जांच एजेंसी पारेख को अंतत: क्लीन चिट दे देगी। पारेख की पुस्तक के विमोचन समारोह में यहां राय का भाषण पढ़ा गया। राय का कहना है कि उन्होंने कोयला मंत्रालय की सभी फाइलें देखी हैं और ओडिशा के तालाबिरा- दो कोयला ब्लॉक आवंटन में पारेख का कोई आपराधिक इरादा नहीं दिखता है। उनके खिलाफ सीबीआइ इसी मामले की जांच कर रही है। इस मामले की बड़ी मछलियां अब भी बाहर हैं जबकि कुछ जो ईमानदार लोगों को परेशान किया जा रहा है। हालांकि मुझे इस व्यवस्था पर अब भी पूरा भरोसा है।

पढ़ें : किताब बम : पीएम चाहते तो न होता कोयला घोटाला


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