पहले भी नक्सली बना चुके हैं नेताओं को निशाना
रायपुर [ब्यूरो]। छत्तीसगढ़ में नक्सली पहले भी नेताओं को निशाना बनाकर आधा दर्जन से ज्यादा वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। हालांकि इनमें नेताओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचा, लेकिन उनके साथ वालों को जान गंवानी पड़ी। इन वारदातों ने प्रदेश में वीआईपी सुरक्षा पर भी प्रश्नचिह्न लगा दिया है।

रायपुर [ब्यूरो]। छत्तीसगढ़ में नक्सली पहले भी नेताओं को निशाना बनाकर आधा दर्जन से ज्यादा वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। हालांकि इनमें नेताओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचा, लेकिन उनके साथ वालों को जान गंवानी पड़ी। इन वारदातों ने प्रदेश में वीआईपी सुरक्षा पर भी प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
जुलाई, 2011 में गरियाबंद जिले के उदंती के पास नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल के काफिले को उस समय निशाना बनाया था, जब वे देवभोग से किसान सम्मेलन में शामिल होकर लौट रहे थे। इस हमले में कांग्रेस के चार कार्यकर्ताओं की मौत हो गई थी। इसी तरह मई, 2012 में महिला बाल विकास मंत्री लता उसेंड़ी के बंगले में नक्सलियों ने गोलीबारी कर दी थी। हालांकि उस वक्त उसेंडी बंगले में नहीं थीं, लेकिन नक्सलियों ने वहां तैनात एक सुरक्षाकर्मी को गोलियों से भून डाला था।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।