महबूबा ने अलगाववादियों को लिया अाड़े हाथ, कहा- बच्चों को क्यों उकसाते हो
महबूबा ने कहा कि एक तरफ जहां वे घाटी में बच्चों को हिंसा में शामिल होने के लिए भड़का रहे हैं वहीं यह सुनिश्चित करने में लगे हैं कि उनके अपने बच्चे विदेश या राज्य के बाहर पढ़ें।
श्रीनगर(प्रेट्र)। जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर अलगाववादी नेताओं को आड़े हाथ लिया है। महबूबा ने कहा कि एक तरफ जहां वे घाटी में बच्चों को हिंसा में शामिल होने के लिए भड़का रहे हैं वहीं यह सुनिश्चित करने में लगे हैं कि उनके अपने बच्चे विदेश या राज्य के बाहर पढ़ें। अलगाववादियों के बारे में महबूबा ने कहा कि वे बच्चों को तो गोलियों, पेलेट गन्स और आंसू गैस का सामना करने के लिए कहते हैं लेकिन खुद एक पुलिसकर्मी से डरते हैं।
महबूबा ने भरोसा जताया कि घाटी इस 'तकलीफ' से बाहर आ जाएगी क्योंकि उनके इरादे नेक हैं। उन्होंने कहा, 'बहुसंख्यक लोग मुद्दे का सम्मानजनक हल चाहते हैं। कोई भी हिंसा नहीं चाहता, केवल उनको छोड़कर जिन्हें इस हिंसा के प्रभाव का सामना नहीं करना पड़ता है क्योंकि उनके अपने बच्चे घाटी के बाहर पढ़ रहे हैं। वे बच्चों को तो गोलियों, पेलेट गन्स और आंसू गैस का सामना करने के लिए कहते हैं लेकिन स्वयं एक पुलिसकर्मी से भी डरते हैं।'
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महबूबा ने कहा कि समय हमेशा इस तरह का नहीं रहेगा लेकिन घाव बच्चों के दिलों में रहेंगे जो इन लोगों ने दिये हैं। आज लोगों को मेरे शब्द कड़वे लग सकते हैं लेकिन उन्हें बाद में समझ आएगा कि मैंने इसलिए कहा क्योंकि मैंने लोगों को रात में सड़कों पर घूमते और बच्चों को प्रदर्शनों में शामिल होने के लिए भड़काते हुए देखा।
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