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    बिहार में बढ़ते नक्सली हिंसा के लिए कौन जिम्मेदार?

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    Updated: Fri, 14 Jun 2013 09:36 AM (IST)

    बिहार में बढ़ती नक्सली हिंसा केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का सबब बन गई है। जहां दूसरे राज्यों में नक्सली हिंसा में लगातार कमी आ रही है, वहीं बिहार में इसमें इजाफा हो रहा है। सुरक्षा एजेंसियां इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही हैं।

    नई दिल्ली [नीलू रंजन]। बिहार में बढ़ती नक्सली हिंसा केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का सबब बन गई है। जहां दूसरे राज्यों में नक्सली हिंसा में लगातार कमी आ रही है, वहीं बिहार में इसमें इजाफा हो रहा है। सुरक्षा एजेंसियां इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही हैं।

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    गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पिछले कुछ सालों में बिहार में नक्सलियों के खिलाफ अभियान नहीं चलाने से उनके मंसूबे बढ़ते जा रहे हैं। केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह फरवरी में ही बिहार के डीजीपी को पत्र लिखकर इसकी चेतावनी दे चुके थे।

    गृह मंत्रालय के पास मौजूद आंकड़ों के अनुसार पिछले साल के शुरुआती पांच महीनों की तुलना में इस साल नक्सली हिंसा में बेहद कमी आई है। पिछले साल 31 मई तक नक्सली हिंसा की कुल 721 घटनाओं में 210 लोगों की जान गई थी। जबकि, इस साल 490 घटनाओं में 177 लोग मारे गए।

    इस दौरान बिहार में नक्सली हिंसा की घटनाएं तो लगभग पिछले साल जितनी ही रहीं, लेकिन उनमें मरने वालों की संख्या दोगुनी से भी ज्यादा हो गई। गृह मंत्रालय के अधिकारी ने आरोप लगाया कि जमुई में ट्रेन पर हमला नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का परिणाम है। यहां तक कि राज्य में भेजे गए अर्धसैनिक बलों का भी नक्सलियों के खिलाफ कोई इस्तेमाल नहीं हो रहा। इसी कारण से फरवरी में गृह मंत्रालय ने राज्य से सीआरपीएफ की दो कंपनियां हटाने का फैसला किया था। लेकिन, स्थानीय स्तर पर बढ़ते विरोध को देखते हुए इसे वापस ले लिया गया।

    फरवरी में ही गृह सचिव ने राज्य के पुलिस महानिदेशक अभयानंद को पत्र लिखकर नक्सल विरोधी अभियान नहीं चलाने के लिए गहरी नाराजगी जताई थी।

    सिंह ने विस्तार से बताया था कि किस तरह राज्य में दिन-प्रतिदिन नक्सलियों के हौसले बढ़ते जा रहे हैं। नक्सलियों के बारे में खुफिया सूचनाएं भेजे जाने के बाद भी राज्य पुलिस उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। सिंह ने पत्र में इसके गंभीर नतीजे की आशंका जताई थी। गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जमुई में ट्रेन पर हमले ने केंद्र की आशंका को सही साबित कर दिया है।

    गया में नक्सली मुठभेड़ कोबरा जवान घायल

    बिहार में जिला मुख्यालय से करीब 110 किलोमीटर दूर नक्सल प्रभावित डुमरिया थाना के छकरबंधा इलाके में गश्त को निकली सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन की टुकड़ी से नक्सलियों का आमना-सामना हो गया। इस दौरान हुई फायरिंग में जवान रविशंकर कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। डीआइजी सीआरपीएफ चिरंजीव कुमार अनुसार दो घंटे चली मुठभेड़ में दोनों ओर से करीब सौ राउंड फायरिंग हुई है। मुठभेड़ के बाद नक्सली जंगल में भागने में कामयाब रहे।

    नक्सलियों ने इस्पात कंपनी के उपाध्यक्ष समेत तीन की हत्या की

    महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित जिले गढ़चिरौली जिले में नक्सलियों ने इस्पात निर्माता कंपनी लॉयड मेटल्स के उपाध्यक्ष समेत तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। नक्सलियों ने जिले के ईटापल्ली तहसील में बुधवार शाम को इस घटना को अंजाम दिया।

    पुलिस के मुताबिक इलाके में लॉयड मेटल्स कंपनी को खनन ब्लॉक आवंटित किया गया है, जिसका नक्सली विरोध कर रहे हैं। बुधवार को कंपनी के उपाध्यक्ष जसपाल सिंह ढिल्लन (60) और लॉयड की सहायक कंपनी हेमलता मिनरल्स में कार्यरत मल्लिकार्जुन रेड्डी (45) खनन कार्य का विरोध कर रहे नक्सलियों से समझौते के लिए ग्रामीण सुरक्षाकर्मी राजू सदाफड़ (65) के साथ मांगे गांव गए थे। आरोप है कि नक्सलियों ने बुधवार शाम को तकरीबन नौ बजे सूरजगढ़ गांव के समीप तीनों की हत्या कर दी।

    महेंद्र कर्मा थे नक्सलियों का टारगेट

    जीरम घाटी पर हुए हमले में माओवादियों के निशाने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महेंद्र कर्मा थे। दरभा डिवीजनल कमेटी के सचिव सुरेंद्र ने प्रेस विाप्ति जारी कर कहा है कि जगदलपुर दूरदर्शन केंद्र पर हुए हमले में नक्सलियों का हाथ नहीं है। गुरुवार को नई दुनिया के नाम डाक से भेजे पत्र में सुरेंद्र ने कहा कि जगदलपुर दूरदर्शन केंद्र पर कुछ दिन पूर्व हुए हमले में नक्सलियों का हाथ नहीं है। यह सब पुलिस द्वारा क्षेत्र में ज्यादा पुलिस मंगाने के लिए प्रायोजित किया गया था।

    साथ ही इस विज्ञप्ति में नक्सली नेता ने सलवा जुडूम के सदस्य रहे ग्रामीणों से घर लौटने की अपील की है। ये लोग फिलहाल शिविरों में रह रहे हैं। साथ ही सुरेंद्र ने कहा कि सुकमा कलेक्टर के नाम से हमने कोई भी पत्र जारी नहीं किया है। अखबारों में इस बाबत खबर देखने पर इसकी जानकारी मिली। ये किसी शरारती तत्व का हाथ है, जिसकी हम जांच करेंगे।

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