Move to Jagran APP

सत्यार्थी नाबालिगों की उम्र घटाने के खिलाफ

नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने नाबालिगों की उम्र को कम करने के प्रस्ताव का विरोध किया है। उन्होंने नाबालिगों द्वारा किए जाने वाले घृणित अपराधों से निपटने के लिए विशेष कदम उठाने की बात कही है। सत्यार्थी ने शुक्रवार को कहा, 'मैं नाबालिगों की उम्र सीमा को घटाने या कम

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Fri, 10 Apr 2015 07:31 PM (IST)Updated: Fri, 10 Apr 2015 08:50 PM (IST)

हैदराबाद। नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने नाबालिगों की उम्र को कम करने के प्रस्ताव का विरोध किया है। उन्होंने नाबालिगों द्वारा किए जाने वाले घृणित अपराधों से निपटने के लिए विशेष कदम उठाने की बात कही है।

loksabha election banner

सत्यार्थी ने शुक्रवार को कहा, 'मैं नाबालिगों की उम्र सीमा को घटाने या कम करने के खिलाफ हूं। अंतरराष्ट्रीय नियमों और समझौतों के तहत किशोरों को 18 वर्ष की आयु तक देखभाल व संरक्षण अनिवार्य रूप से मुहैया कराना चाहिए।' दिसंबर, 2012 में दिल्ली के सामूहिक दुष्कर्म कांड में नाबालिग की संलिप्तता के बाद नाबालिगों की निर्धारित आयु को कम करने की मांग उठी है।

सत्यार्थी के मुताबिक यदि नाबालिग ऐसा अपराध करता है जिसमें मृत्युदंड या आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है तो ऐसी स्थिति में विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्हें सिर्फ सुधार गृह में रखने से काम नहीं चलेगा, इसके लिए विशेष कदम उठाने होंगे। नाबालिगों की उम्र सीमा 18 से 16 करने या जघन्य अपराधों में 16-18 वर्ष आयुवर्ग के किशोरों के साथ भारतीय दंड संहिता के तहत कार्रवाई करने की मांग की जा रही है।

किशोरों के बड़े अपराधों पर सुप्रीम कोर्ट कठोर

वयस्क माने जाएंगे जघन्य अपराध करने वाले किशोर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.