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    सजा काटने के लिए 'मुन्नाभाई' जाएंगे जेल

    By Edited By:
    Updated: Wed, 15 May 2013 11:03 PM (IST)

    अवैध हथियार रखने के दोषी दत्त गुरुवार को अपनी बची सजा को पूरा करने के लिए यहां पर टाडा अदालत के समक्ष समर्पण करेंगे। उन्होंने पुणे की यरवदा जेल में समर्पण करने वाली अपनी याचिका को बुधवार को वापस ले लिया था।

    मुंबई। आखिरकार अभिनेता संजय दत्त के जेल जाने का समय आ ही गया। मुंबई में 1993 के बम धमाकों में अवैध हथियार रखने के दोषी दत्त गुरुवार को अपनी बची सजा को पूरा करने के लिए यहां पर टाडा अदालत के समक्ष समर्पण करेंगे। उन्होंने पुणे की यरवदा जेल में समर्पण करने वाली अपनी याचिका को बुधवार को वापस ले लिया था।

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    53 वर्षीय दत्त के वकील सुभाष जाधव ने बुधवार को विशेष अदालत से कहा कि अभिनेता अपनी याचिका को वापस लेना चाहते हैं। वह गुरुवार को टाडा अदालत के समक्ष समर्पण करेंगे। जिसके बाद अदालत ने उन्हें याचिका वापस लेने की मंजूरी दे दी। मंगलवार को चरमपंथियों से अपनी जान को खतरा बताते हुए दत्त ने यरवदा जेल में समर्पण करने की अनुमति देने के लिए याचिका दायर की थी।

    पढ़ें: जेल में कुछ ऐसे कटेंगे संजू बाबा के दिन

    तस्वीरों में देखें: संजय दत्त पर कोर्ट-कचहरी का साया

    जेल में साढ़े तीन साल रहेंगे:

    सुप्रीम कोर्ट ने गत 21 मार्च को टाडा कोर्ट से दत्त को सुनाई गई छह साल केकारावास की सजा को घटाकर पांच साल कर दिया था। वह ट्रायल के दौरान 18 महीने कैद भुगत चुके हैं। इस तरह से उन्हें साढ़े तीन साल का कारावास और भुगतना होगा। गत दस मई को शीर्ष अदालत ने दत्त की फैसले पर पुनर्विचार की याचिका को खारिज कर दिया था। आगे की सजा भुगतने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय की गई समयसीमा 16 मई को खत्म हो रही है। दत्त को मुंबई हमले के लिए आए हथियारों की खेप से 9 एमएम पिस्तौल और एके 56 रायफल रखने के जुर्म में शस्त्र अधिनियम के तहत सजा सुनाई गई है।

    दत्त व मुंबई हमले के दोषी अन्य दोषियों को पहले 18 अप्रैल तक समर्पण करना था, लेकिन दत्त ने अधूरी फिल्मों और उसमें फंसी करोड़ों की रकम का हवाला देकर कोर्ट से कुछ और समय मांगा था, जिस पर उन्हें समर्पण के लिए चार सप्ताह का समय और दे दिया गया था। 1993 में मुंबई में हुंए श्रृंखलाबद्ध विस्फोटों में 257 लोगों की मौत हो गयी थी जबकि 700 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।

    बेटी त्रिशाला ने साधी चुप्पी

    मुंबई [जिगर शाह]। सोशल नेटवर्किंग साइट पर नियमित रूप से अपने विचार व्यक्त करने वाली संजय दत्त की बड़ी बेटी त्रिशाला ने पिता की सजा पर चुप्पी साध ली है। सूत्रों के मुताबिक जब उनसे उनकी पिता की सजा पर राय मांगी गई तो वह चुप्पी साध गई। अमेरिका में रहने वाली त्रिशाला अपने पिता के बेहद करीब हैं।

    उनके करीबियों का कहना है कि संजय के जेल जाने की घड़ी नजदीक होने के बावजूद वह बहादुरी दिखते हुए अपने फैशन डिजाइनिंग करियर पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। मगर संजय के समर्पण के समय वह खुद को भावनात्मक रूप से संभाल नहीं पाएंगी। हालांकि कुछ का कहना है कि मां ऋचा शर्मा को कम उम्र में खो देने और पिता से दूर रहने के कारण वह परिस्थितियों का सामना बहादुरी से करती हैं।

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