संजय दत्त को सिर्फ 25 रुपये में करना होगा गुजारा!
नई दिल्ली [जेएनएन]। जेल में पहले छह महीनें संजय दत्त से अकुशल मजदूर के रूप में काम लिया जाएगा और प्रतिदिन के हिसाब से उन्हें 25 रुपये मेहनताना दिया जाएगा। दूसरे चरण में उनकी दिहाड़ी बढ़ाकर 35 रुपये कर दी जाएगी। प्रशिक्षण पूरा कर लेने के बाद उन्हें प्रतिदिन 40 रुपये मेहनताना दिया जाएगा। उन्हें जेल की कैंटीन से सामान खरीदने के लिए उनके परिवार की तरफ से हर महीने 1500 रुपये बतौर जेब खर्च लेने की इजाजत दी गई है। संजय दत्त के परिवार के ज्यादा से ज्यादा पांच सदस्यों को उनसे मिलने की
नई दिल्ली [जेएनएन]। जेल में पहले छह महीनें संजय दत्त से अकुशल मजदूर के रूप में काम लिया जाएगा और प्रतिदिन के हिसाब से उन्हें 25 रुपये मेहनताना दिया जाएगा। दूसरे चरण में उनकी दिहाड़ी बढ़ाकर 35 रुपये कर दी जाएगी। प्रशिक्षण पूरा कर लेने के बाद उन्हें प्रतिदिन 40 रुपये मेहनताना दिया जाएगा। उन्हें जेल की कैंटीन से सामान खरीदने के लिए उनके परिवार की तरफ से हर महीने 1500 रुपये बतौर जेब खर्च लेने की इजाजत दी गई है। संजय दत्त के परिवार के ज्यादा से ज्यादा पांच सदस्यों को उनसे मिलने की इजाजत दी जाएगी। उन्हें एक महीने में एक ही बार 20 मिनट के लिए परिवार वालों से मिलने दिया जाएगा। रविवार को उन्हें जेल अधिकारियों द्वारा दिए गए काम के अतिरिक्त अपने कपड़े भी खुद धोने होंगे।
जेल में दिनचर्या
सुबह 5.30 बजे : उठने का समय
छह बजे : प्रार्थना
6.05 बजे : कसरत
सात से आठ बजे : चाय और नाश्ता [नाश्ते में पोहा, उपमा या शीरा दिया जाएगा]
आठ बजे : रसोई का या बढ़ई का काम
11.30 : दोपहर का खाना (दाल, चावल, रोटी, सब्जी)
12 बजे से शाम चार बजे : दूसरे काम काज
शाम 4 बजे से 6 बजे : अखबार पढ़ना, वॉलीबाल या कैरम खेलना
शाम छह बजे : रात का खाना [दाल, सब्जी, रोटी, चावल]
साढ़े छह बजे से रात नौ बजे : अन्य कैदियों के साथ टेलीविजन देखना [सिर्फ दूरदर्शन चैनल]
रात नौ बजे : सोने का समय
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