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    दिल्ली-एनसीआर में बारिश, दक्षिण कश्मीर में बाढ़ का अलर्ट

    राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली व एनसीआर में बारिश से तापमान में गिरावट आई है। बारिश से जहां आने-जाने वाले लोगों को परेशानी हो रही है, वहीं सड़कों पर वाहनों की कतारें लग गई हैं। बुधवार देर रात से शुरू हुआ बारिश का सिलसिलला बृहस्पितवार सुबह तक जारी है। हालांकि रुक-रुक कर

    By Sachin kEdited By: Updated: Thu, 25 Jun 2015 12:25 PM (IST)

    नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली व एनसीआर में बारिश से तापमान में गिरावट आई है। बारिश से जहां आने-जाने वाले लोगों को परेशानी हो रही है, वहीं सड़कों पर वाहनों की कतारें लग गई हैं। बुधवार देर रात से शुरू हुआ बारिश का सिलसिलला बृहस्पितवार सुबह तक जारी है।

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    बुधवार को बारिश की वजह से अधिकतम और न्यूनतम तापमान मंगलवार की अपेक्षा कम दर्ज किया गया था। औसत अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, यह सामान्य से 1 डिग्री सेल्सियस कम था। न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जोकि समान्य से 2 डिग्री सेल्सियस कम था।

    राजधानी में सुबह साढ़े आठ बजे तक 1 मिमी बारिश हुई। शाम साढ़े पांच बजे तक कई स्थानों पर हल्की बारिश हुई। आद्र्रता का अधिकतम स्तर 86 फीसद तथा न्यूनतम 57 फीसद दर्ज किया गया।

    दक्षिण कश्मीर में बाढ़ का अलर्ट

    श्रीनगर। वादी में लगातार हो रही मूसलधार बारिश से स्थिति गंभीर होती जा रही है। झेलम, लिद्दर और वेश्यु नदियों में बढ़ रहे जलस्तर के बाद प्रशासन ने बुधवार रात को दक्षिण कश्मीर में बाढ़ का एलर्ट जारी कर दिया। त्राल के बटगुंड इलाके में बना एक पुल देर शाम बाढ़ में बह गया और कई गांवों में पानी घुस गया। कुलगाम जिले के कुंड क्षेत्र में यत-यंत्रू नाले में भी बादल फटने की सूचना है। इसके अलावा मनीगांव में बाढ़ के खतरे को देखते हुए 50 परिवारों को देर रात सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। पिछले साल सितंबर में आई बाढ़ से सबक लेते हुए प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है और राहत अभियान शुरू कर दिया गया है।

    संगम में झेलम खतरे के निशान से मात्र एक फुट नीचे है। यहां जलस्तर 20 फुट पहुंच गया है।

    गुजरात में भारी बारिश से 34 की मौत

    अहमदाबाद : अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र गुजरात का तट पार कर गया है। इसके चलते सौराष्ट्र के इलाके में हो रही भारी बारिश से बुधवार को 34 लोगों की मौत हो गई। राज्य के राहत आयुक्त डीएन पांडेय ने बताया कि अमरेली जिले में सबसे ज्यादा 23 लोगों की मौत हुई है। भारी बारिश से 12 से ज्यादा गांवों में बाढ़ आ गई है। इसके अलावा गिर जंगल से सटे भेंटवदर गांव में दो एशियाई शेर भी बाढ़ में फंस गए हैं। फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ व वायुसेना की टीम बुलाई गई है।

    अमरेली के जिलाधिकारी एचआर सुतार ने बताया कि वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर व आपदा राहत बल के जवान बचाव में जुट गए हैं। राजकोट, अमरेली और भावनगर के लगभग छह हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। बुधवार सुबह से अमरेली में भारी बारिश हो रही है। सौराष्ट्र के अन्य क्षेत्रों-राजकोट, गिर-सोमनाथ, भावनगर, जूनागढ़, द्वारिका में भी भारी बारिश से जनजीवन ठप हो गया है। सौराष्ट्र के करीब पौने चार सौ तथा मध्य गुजरात के 338 गांवों में बिजली सप्लाई ठप होने से अंधेरा छा गया है। मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में 26 से 28 जून तक गांधीनगर में होने वाला चिंतन शिविर भारी बारिश की चेतावनी के बाद रद कर दिया गया है।

    अधिकारियों की छुट्टियां रद
    मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में गुजरात पर बड़े चक्रवाती तूफान का खतरा बताया है। सरकार ने अधिकारियों की छुट्टियां रद कर दी हैं। साथ ही नागरिकों को गुरुवार शाम तक घरों में ही रहने को कहा गया है। महाराष्ट्र के बाद अब गुजरात में अगले 24 से 48 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। गुजरात में आगामी 24 घंटे तक हाई अलर्ट घोषित किया गया है। राज्य के अधिकांश बांध लबालब हो चुके हैं तथा कुछ अगले 24 घंटे में ओवरफ्लो होने वाले हैं।

    इस माह के आखिर तक होगी अधिक वर्षा

    नई दिल्ली। मानसून के लिए भले ही इंतजार करना पड़ा, किंतु इससे निराश होने की जरूरत नहीं है। जून महीने की समाप्ति तक देश में 15 से 16 फीसद तक अधिक वर्षा होने का अनुमान है और सूखे की आशंका नहीं है। साथ ही अगले 48 घंटों में देश के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है।

    मौसम पूर्वानुमान से जुड़ी निजी एजेंसी स्काईमेट के अधिकारी महेश पालावत ने देश में सूखे जैसे हालात और इससे फसलों को नुकसान की आशंका से इंकार किया है। उन्होंने बताया कि 23 जून तक देश में कुल वर्षा 23 फीसद रही है जो औसत से अधिक है। उत्तर पश्चिम इलाकों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और राजस्थान में सात फीसद कम वर्षा हुई है। हालांकि अगले कुछ दिनों में यह कमी खत्म होने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि उत्तर पश्चिम के अधिकतर राज्यों में सिंचाई की सुविधा है और वे केवल वर्षा पर निर्भर नहीं होते हैं।

    भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) ने भी कहा है कि मानसून साधारण रूप से प्रगति कर रहा है और अब तक औसत से ज्यादा बारिश हुई है। आइएमडी के अधिकारी ने बताया कि अगले दो दिनों में उत्तर पश्चिम में वर्षा होगी।

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