दिल्ली चुनाव: किरण, केजरी और माकन ने डाला वोट
अरविंद केजरीवाल की नई दिल्ली, किरण बेदी के निर्वाचन क्षेत्र कृष्णा नगर और अजय माकन के चुनाव क्षेत्र सदर बाजार पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। आज मतदान शुरू होने के बाद सबसे पहले किरण बेदी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने उदयपार्क स्थित मतदान केंद्र में अपना वोट
नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल की नई दिल्ली, किरण बेदी के निर्वाचन क्षेत्र कृष्णा नगर और अजय माकन के चुनाव क्षेत्र सदर बाजार पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। आज मतदान शुरू होने के बाद सबसे पहले किरण बेदी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने उदयपार्क स्थित मतदान केंद्र में अपना वोट डाला। इसके अलावा आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने लोदी रोड़ स्थित खालसा गर्ल्स कोलेज में अपना वोट डाला। वहीं अजय माकन ने राजौरी गार्डन अपना वोट डाला। इन सभी ने दिल्ली के मतदाताओं से अपना वोट डालने की अपील की है।
सियासी जानकारों का मानना है कि इस चुनाव में यह देखना दिलचस्प होगा कि मतदान का प्रतिशत कितना रहता है। बीते करीब एक साल में सूबे की जनता के सामने यह तीसरा चुनाव है। लोगों ने पहले दिसंबर, 2013 में विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले, उसके बाद लोकसभा के लिए और एक बार फिर से उन्हें दिल्ली विधानसभा के गठन के लिए मतदान करना है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि लगातार हो रहे चुनावों के कारण मतदाताओं में लोकतंत्र के इस महापर्व को लेकर उत्साह कम हो सकता है। जाहिर तौर पर विभिन्न राजनीतिक दलों के सामने मतदाताओं को बूथ तक ले जाने की तगड़ी चुनौती होगी।
मतदान फीसद बढ़ाने के प्रयास
चुनाव आयोग की ओर से मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने का अभियान लगातार जारी है। विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी अपनी ओर से पूरा प्रयास किया है कि लोग मतदान करने आएं। इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। वर्ष 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में 57.58 फीसद वोट पड़े थे और कांग्रेस ने 40.31 प्रतिशत मत लेकर 42 सीटें हासिल कीं थीं और पार्टी ने सरकार बनाई, वहीं भाजपा को 36.34 फीसद मत मिले और उसे 23 सीटें मिली थीं। इस प्रकार महज चार फीसद मतों के अंतर से कांग्रेस व भाजपा के बीच 19 सीटों का फासला हो गया। पिछले विधानसभा चुनाव में 65.6 प्रतिशत वोट पड़े। इस चुनाव में भाजपा को 33.94 फीसद, आम आदमी पार्टी को 29.5 फीसद और कांग्रेस को 24.5 फीसद मत मिले थे। इस चुनाव में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाया था।