मोदी संग पूरी दुनिया योगपथ पर
वर्षों से देश की सैन्य शक्ति के प्रदर्शन का गवाह बनते रहे राजपथ ने रविवार को पहली बार 35 हजार लोगों को एक साथ योग अभ्यास कर इतिहास रचते देखा। इस सड़क पर बैठ योग करने वालों में स्कूली बच्चे, सैन्य बलों के जवान, सरकारी कर्मचारी और सामान्य लोगों के
मुकेश केजरीवाल, नई दिल्ली। वर्षों से देश की सैन्य शक्ति के प्रदर्शन का गवाह बनते रहे राजपथ ने रविवार को पहली बार 35 हजार लोगों को एक साथ योग अभ्यास कर इतिहास रचते देखा। इस सड़क पर बैठ योग करने वालों में स्कूली बच्चे, सैन्य बलों के जवान, सरकारी कर्मचारी और सामान्य लोगों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल थे। इस मौके पर कई मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों और अन्य प्रमुख हस्तियों ने अलग-अलग जगहों पर ऐसे ही कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। साथ ही आम लोग भी अपने घरों, पार्कों और कार्यस्थलों पर योग करते देखे गए।
दुनिया के 192 मुल्कों के प्रमुख शहरों में भी इस मौके पर सूर्योदय के समय लोगों ने योग अभ्यास कर इसे अंतरराष्ट्रीय स्वरूप दे दिया। मोदी सरकार ने यह बड़ी लकीर खींची है। राजपथ पर हुए इस कार्यक्रम में गिनीज बुक की ओर से दो विश्व रिकार्ड बनने की मान्यता भी मिल गई है। पहला रिकार्ड 35 हजार 985 लोगों के एक जगह पर योगाभ्यास करने का और दूसरा 84 देशों के प्रतिभागियों का इसमें भाग लेने का।
रविवार सुबह राजधानी में हल्के बादलों के बीच बेहद खुशनुमा माहौल में सुबह सात बजे राजपथ पर ओम के जाप और सभी को साथ लेकर चलने का आह्वïान करने वाली वैदिक प्रार्थना के साथ योग अभ्यास शुरू हुआ। इससे पहले प्रधानमंत्री ने इस दिन को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बनाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय का धन्यवाद अदा किया। उन्होंने कहा कि आज मैं दुनिया के देशों का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने सर्वसम्मति से इस प्रस्ताव को पारित किया। उन्होंने कहा कि योग सिर्फ आसन या शरीर को लचीला बनाने का उपाय नहीं है। यह मन, बुद्धि, शरीर और आत्मा सभी को संतुलित करने का साधन है।
पीएम ने तोड़ दी रवायतें
तय कार्यक्रम के मुताबिक प्रधानमंत्री को यहां सिर्फ संबोधन करना था, लेकिन अपना भाषण खत्म करते ही वे निर्धारित कार्यक्रम को दरकिनार कर कर मंच से नीचे उतर आए। गले में तिरंगा पटका डाले मोदी ने सबसे आगे मौजूद स्कूली बच्चों के बीच पहुंचकर खुद भी जमीन पर आसन जमा लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकांश योगासन किए। वे बच्चों और किशोरों के बीच घूम कर उनका निरीक्षण करते भी दिखे। कार्यक्रम खत्म होने के बाद वे दोबारा स्कूली बच्चों के बीच पहुंच गए। वहां रुके रहे तो बच्चों ने उन्हें घेर लिया। सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें घेरे में लेकर बाहर तक पहुंचाया।
सैन्य बलों ने भी मिलाया कंधा
योग दिवस को अभूतपूर्व आयोजन बनाने में सैन्य बलों ने बढ़-चढ़ कर भूमिका निभाई। सियाचिन की बर्फ से ढकी चोटी से लेकर दक्षिणी चीन सागर की लहरों पर सवार नौसेना के जहाजों तक पर सैन्य कर्मी योगासन करते दिखे। समुद्र तट से लगभग 19 हजार फीट की ऊंचाई पर मौजूद सैनिकों ने शून्य से चार डिग्री नीचे के तापमान पर खुले आसमान के नीचे सुबह सात बजे ही आसान जमा लिए। ऐसा ही जोश महासागरों में मौजूद नौसेनिकों में भी दिखा। राजपथ के कार्यक्रम में सेना के तीन हजार जवान और एनसीसी के चार हजार कैडेट्स के साथ ही सेनाध्यक्ष दलबीर सिंह सुहाग, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अरूप राहा और नौसेना प्रमुख एडमिरल आरके धवन भी शामिल थे। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने भी मेरठ में सैन्यकर्मियों के साथ योग किया।
बड़ी संख्या में मुस्लिम भी पहुंचे राजपथ पर
राजपथ पर योगाभ्यास में बड़ी संख्या मुस्लिमों ने भी हिस्सा लिया। पहले सूर्य नमस्कार और श्लोक को लेकर कुछ मुस्लिम धर्मगुरुओं ने इस पर आपत्ति की थी।
PHOTOS: राजपथ पर पीएम मोदी का योगाभ्यास
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