पाक ने 15 भारतीय चौकियों को बनाया निशाना, तीन घायल
दो दिन की शांति के बाद शनिवार को पाक फौज ने फिर से संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी शुरू कर दी। दोपहर बाद अचानक पाक सेना की ओर से पुंछ में नियंत्रण रेखा के पास भारत की चार चौकियों पर फायरिंग शुरू हो गई थी। पाक सैनिकों ने जम्मू जिले के अरनिया और आरएस पुरा सेक्टर में पूरी रात फायरिंग की और मोर्टार दागे। पाक सैनिकों ने रात में बीएसएफ की 15 चौकियों को निशाना बनाया। मोर्टार से हमले में तीन लोग घायल हो गए, जिसमें एक की हालत
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दो दिन की शांति के बाद शनिवार को पाक फौज ने फिर से संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए अंतरराष्ट्रीय नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी शुरू कर दी। दोपहर बाद अचानक पाक सेना की ओर से पुंछ में नियंत्रण रेखा के पास भारत की चार चौकियों पर फायरिंग शुरू हो गई थी। पाक सैनिकों ने जम्मू जिले के अरनिया और आरएस पुरा सेक्टर में पूरी रात फायरिंग की और मोर्टार दागे। पाक सैनिकों ने रात में बीएसएफ की 15 चौकियों को निशाना बनाया। मोर्टार से हमले में तीन लोग घायल हो गए, जिसमें एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। हालांकि भारतीय सुरक्षा बलों ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जिसके कारण पाक सेना ने कुछ देर बाद फायरिंग रोक दी, लेकिन रात को एक बार फिर पाकिस्तान ने गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। इस बार उसका निशाना अंतरराष्ट्रीय सीमा अरनिया सब सेक्टर की पित्तल पोस्ट, टेंट गार्ड पोस्ट, चिनाज पोस्ट व पिंडी गांव और रामगढ़ के नारायणपुर और स्टॉप टू थे।
पाकिस्तान की इस गोलीबारी में इन इलाकों में रहने वाले सौ से अधिक लोग फंस गए, जो गोलाबारी रुकने के बाद अपने घरों को लौट गए थे।
जम्मू से सटी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से दो दिनों से गोलाबारी न होने व शनिवार को करवाचौथ का पर्व होने के कुछ लोग अपने गांवों में वापस लौट गए थे। पाकिस्तान ने शनिवार रात को अचानक भारतीय क्षेत्र को निशाना बनाते हुए गोलियां बरसानी शुरू कर दी। घरों को फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालना प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है।
लगभग आठ दिन के बाद गुरुवार की शाम को पाक फौज ने फाय¨रग रोक दी थी। इसके बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की अपील के बाद स्थायी शांति की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सीमा पर शांति बहाली की अपील को उनकी ही फौज ने नकार दिया है।
इसके पहले पाकिस्तान की ओर से पिछली बार गुरुवार रात को 20 मिनट तक कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर में बीएसएफ चौकियों पर गोलीबारी की थी। यहां अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक से नौ अक्टूबर के बीच जबर्दस्त गोलीबारी हुई, जिसमें भारत के आठ लोगों की मौत हो गई और 13 जवानों समेत 90 लोग घायल हो गए थे। यहां कई गावों को खाली कराकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा था।
भारत ने पाकिस्तान को पहले ही साफ कर दिया है कि वह किसी भी तरह के दवाब के आगे झुकने को तैयार नहीं है। गुरुवार को चुनावी सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि पाकिस्तान को समझना चाहिए कि अब उसे माकूल जवाब मिलेगा, जो भारतीय सैनिकों ने दिया भी है। इसके साथ ही रक्षामंत्री अरुण जेटली ने चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर पाकिस्तान लगातार युद्धविराम का उल्लंघन करता रहा, तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
पाक को मिल गया है संदेश: राजनाथ
दो दिनों की शांति के बाद फिर से सीमा पर गोलाबारी की निंदा करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने विश्वास जताया है कि भारतीय जवान पाकिस्तान को सही सबक सिखा देंगे।
वहीं इसके राजनीतिकरण के खिलाफ कांग्रेस को आगाह करते हुए याद दिलाया कि उनके काल में जवानों के सिर काट कर ले गए थे। नई सरकार में मुंहतोड़ जवाब दिया जा रहा है। राजनाथ शनिवार को हरियाणा में चुनाव प्रचार पर थे।
कांग्रेस पर आक्रामक होते हुए उन्होंने कहा कि देश के जवान सीमा पर मुस्तैद हैं। भारत अपनी ओर से कोई विवाद नहीं चाहता है लेकिन दूसरी ओर से हो रही करतूत को बर्दाश्त करना भी मंजूर नहीं है। पाकिस्तान को इसका संदेश दिया जा चुका है कि देश का माहौल और मूड बदल चुका है।
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