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    भाजपा संगठन में बड़े बदलाव, माथुर बने यूपी के प्रभारी

    By vivek pandeyEdited By:
    Updated: Wed, 22 Oct 2014 08:27 AM (IST)

    महाराष्ट्र और हरियाणा में जीत के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपनी टीम को भविष्य की जिम्मेदारी सौंपी तो भरोसा सांगठनिक रूप से परिपक्व, अनुभवी और युवाओं पर किया। महाराष्ट्र में कमल खिलाकर लौटे चुनाव प्रभारी ओमप्रकाश माथुर को सबसे अहम राज्य उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी तो महासचिव जेपी नड्डा को महाराष्ट्र और राजस्थान का दायित्व। संघ पृष्ठभूमि से विनय सहस्त्रबुद्धे मध्य प्रदेश का कामकाज देखेंगे। युवाओं पर भरोसे का आलम यह है कि पहली बार सचिवों को महत्वपूर्ण राज्यों का स्वतंत्र प्रभार दिया, ि

    नई दिल्ली । महाराष्ट्र और हरियाणा में जीत के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपनी टीम को भविष्य की जिम्मेदारी सौंपी तो भरोसा सांगठनिक रूप से परिपक्व, अनुभवी और युवाओं पर किया। महाराष्ट्र में कमल खिलाकर लौटे चुनाव प्रभारी ओमप्रकाश माथुर को सबसे अहम राज्य उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी तो महासचिव जेपी नड्डा को महाराष्ट्र और राजस्थान का दायित्व। संघ पृष्ठभूमि से विनय सहस्त्रबुद्धे मध्य प्रदेश का कामकाज देखेंगे। युवाओं पर भरोसे का आलम यह है कि पहली बार सचिवों को महत्वपूर्ण राज्यों का स्वतंत्र प्रभार दिया, जिसमें श्रीकांत शर्मा, सिद्धार्थनाथ सिंह, अनिल जैन शामिल हैं।

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    मंगलवार को शाह ने अपने पदाधिकारियों के बीच कामकाज का बंटवारा कर दिया। बंटवारे में साफ झलक दिखी कि शाह अनुभव और युवावर्ग को साथ लेकर अपना राजनीतिक मिशन पूरा करना चाहते हैं। युवाओं पर उनके भरोसे का हाल यह है कि उनकी पूरी टीम की औसत उम्र 50 के आसपास ही है। उत्तर प्रदेश का कामकाज खुद शाह बतौर प्रभारी भी देख चुके हैं। भविष्य में भी उत्तर प्रदेश भाजपा की प्राथमिकता में है। शायद यही वजह है कि माथुर को इस अहम राज्य का प्रभार सौंपा गया है। माथुर गुजरात के भी प्रभारी रह चुके हैं।

    राजीव प्रताप रूड़ी लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान महाराष्ट्र के प्रभारी रह चुके हैं। दोनों बार जीत मिली है। अब उन्हें आन्ध्र प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्य का प्रभार दिया गया है, जहां भाजपा कमल खिलाना चाहेगी। हालांकि, ये दोनों ही फिलहाल भाजपा के लिहाज से मुश्किल राज्य हैं। भूपेंद्र यादव पहले राजस्थान और फिर झारखंड का प्रभार देख रहे थे। अब उन्हें भाजपा के लिहाज से अहम बिहार की जिम्मेदारी दी गई है। झारखंड में यादव की जगह अब त्रिवेंद्र सिंह रावत जिम्मेदारी संभालेंगे। जबकि अविनाश राय खन्ना को जम्मू-कश्मीर की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

    पंजाब भाजपा के लिए महत्वपूर्ण राज्य है, जहां पार्टी, सहयोगी अकाली दल के सामने अपना जनाधार बढ़ाना चाहेगी। लिहाजा उसकी जिम्मेदारी महासचिव रामशंकर कठेरिया को दिया है। तो दिल्ली में प्रभात झा प्रभारी बने रहेंगे। कामकाज के बंटवारे में शाह ने बड़ा निर्णय यह लिया कि सचिवों को भी स्वतंत्र स्तर पर जिम्मेदारी दी गई। शाह के भरोसे पर खरे उतरे सचिव श्रीकांत शर्मा को हिमाचल प्रदेश का स्वतंत्र प्रभार दिया गया। इससे पहले वह मीडिया के प्रभारी थे और उसे बखूबी निभाया था। हरियाणा जीत कर आए सह प्रभारी अनिल जैन को अब इस राज्य की पूरी जिम्मेदारी दे दी गई है। पश्चिम बंगाल में कामकाज देखते रहे सचिव सिद्धार्थनाथ सिंह अब औपचारिक रूप से वहां के प्रभारी बना दिए गए हैं। पहली बार जीत कर संसद पहुंची सचिव पूनम महाजन को भी छोटे राज्यों की जिम्मेदारी दी गई।

    किसको, कहां का प्रभार:

    1-ओम प्रकाश माथुर (उत्तर प्रदेश)

    2-भूपेंद्र सिंह यादव (बिहार)

    3-त्रिवेंद्र सिंह रावत (झारखंड)

    4-डा. अनिल जैन (हरियाणा)

    5-प्रभात झा (दिल्ली)

    6-श्रीकांत शर्मा (हिमाचल)

    7-अविनाश राय खन्ना (जम्मू-कश्मीर)

    8-जेपी नड्डा (राजस्थान, महाराष्ट्र)

    9-सिद्धार्थ नाथ सिंह (पश्चिम बंगाल)

    10-श्याम जाजू (उत्तराखंड)

    11-राम शंकर कठेरिया (पंजाब, छत्तीसगढ़)

    12-विनय सहस्त्रबुद्धे (मध्य प्रदेश)

    13-डॉ. दिनेश शर्मा (गुजरात)

    14-अरुण सिंह (ओडिशा)

    15--पी मुरलीधर राव (कर्नाटक)

    16-राजीव प्रताप रूड़ी (आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु)

    17-पीके कृष्णदास (तेलंगाना)

    18- सुनील देवधर (त्रिपुरा)

    19-रोमन डेका (अरुणाचल प्रदेश)

    20-महेंद्र सिंह (असम)

    21-पुरुषोत्तम रूपाला (गोवा)

    22-एच राजा (केरल, लक्ष्यद्वीप)

    23 -पूनम महाजन (दमन एवं दीव, दादर नागर हवेली)

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