ई-मेल से अफसरों को सुझाव दे सकेंगे बीएसएफ जवान
केंद्रीय मंत्रियों को सोशल साइट्स से जुड़ने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह पर सीमा सुरक्षा बल [बीएसएफ] ने भी अमल शुरू कर दिया है। अब विपरीत परिस्थितियों में तैनात बीएसएफ के जवान ई-मेल और ब्लॉग के जरिये अपनी समस्याएं, सुझाव और विचार मुख्यालय में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों से साझा कर सकेंगे। इसके लिए 'इंट्राने
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्रियों को सोशल साइट्स से जुड़ने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह पर सीमा सुरक्षा बल [बीएसएफ] ने भी अमल शुरू कर दिया है। अब विपरीत परिस्थितियों में तैनात बीएसएफ के जवान ई-मेल और ब्लॉग के जरिये अपनी समस्याएं, सुझाव और विचार मुख्यालय में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों से साझा कर सकेंगे। इसके लिए 'इंट्रानेट प्रहरी' नाम से पोर्टल बनाया गया है।
ढाई लाख जवानों वाले बीएसएफ के महानिदेशक डीके पाठक ने बताया कि मुख्यालय के इनबॉक्स में सुझाव और राय आने शुरू भी हो गए हैं। इस पहल को 'ई-सुझाव' का नाम दिया गया है। डीके पाठक ने कहा, 'दुर्गम इलाकों में विपरीत परिस्थितियों का सामना करने वाले हमारे जवानों के पास साझा करने के लिए बहुत कुछ है। वे उन क्षेत्रों को दूसरे की अपेक्षा बेहतर तरीके से समझते हैं। लिहाजा, चुनौतियों के समाधान के लिए उनमें विद्यमान इन संभावनाओं के इस्तेमाल का निर्णय लिया गया है।'
नई व्यवस्था के तहत कोई भी जवान या अधिकारी अपने सुझाव या समस्या लिखकर इंट्रानेट से जुड़े नजदीकी केंद्र को सौंप देंगे। बीएसएफ डीजी ने बताया कि इस प्रयोग के सफल रहने पर जवानों और अधिकारियों को ब्लॉग लिखने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा।
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