नक्सलियों तक पहुंच रहे खनन के विस्फोटक
उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) मुकुल गोयल का मानना है कि पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती व चिंता यह है कि खनन में प्रयुक्त होने वाला विस्फोटक नक्सलियों तक पहुंच रहा है। बिहार, झारखंड व छत्तीसगढ़ राज्यों में नक्सली विस्फोट की जो घटनाएं हुईं, उनके तार यूपी के मीरजापुर, सोनभद्र व चंदौली से जुड़े हैं।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) मुकुल गोयल का मानना है कि पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती व चिंता यह है कि खनन में प्रयुक्त होने वाला विस्फोटक नक्सलियों तक पहुंच रहा है। बिहार, झारखंड व छत्तीसगढ़ राज्यों में नक्सली विस्फोट की जो घटनाएं हुईं, उनके तार यूपी के मीरजापुर, सोनभद्र व चंदौली से जुड़े हैं। इन नक्सलियों को खनन क्षेत्र में प्रयुक्त होने वाले विस्फोटक भेजे गए थे।
एडीजी ने कल सोनभद्र में नक्सल समस्या पर पांच राज्यों के पुलिस अधिकारियों की बैठक की। इसके बाद उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड व उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारियों की बैठक में चर्चा के बाद सामने आया है कि खनन क्षेत्र के विस्फोटक नक्सलियों तक पहुंचने से रोकना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा शीघ्र ही विस्फोटक हासिल करने के नियमों की समीक्षा की जाएगी और इस प्रक्रिया को यथासंभव सख्त बनाया जाएगा।
यूपी के तीन जिले सोनभद्र, मीरजापुर व चंदौली नक्सल प्रभावित हैं। विडंबना यह कि इन जिलों से लगने वाले प्रदेश में नक्सलवाद का जहर घुल चुका है। तीनों जिलों में नामजद नक्सलियों को या तो मार गिराया गया है या फिर गिरफ्तार किया जा चुका है। लेकिन बिहार, छत्तीसगढ़ व झारखंड की नक्सली घटनाओं ने चिंता बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि संबंधित पांच राज्यों के पुलिस प्रशासन की कार्य-रणनीति, सूचनाओं का आदान-प्रदान व नामजद नक्सलियों का पूरा ब्यौरा साझा किया गया है।
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