विश्व भ्रमण पर जाएंगे मोदी, अगले छह महीने की हुई पूरी प्लानिंग
सत्ता संभालने के महज दो हफ्तों में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश यात्र कार्यक्रमों की डायरी काफी भर गई है। अगले छह महीनों के दौरान मोदी को भूटान, ब्राजील, जापान, अमेरिका समेत आधा दर्जन मुल्कों की यात्रएं करनी हैं। प्रधानमंत्री इस माह के अंत में भूटान यात्रा से अपने विदेश दौरों की शुरुआत करेंगे। अ
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सत्ता संभालने के महज दो हफ्तों में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश यात्रा कार्यक्रमों की डायरी काफी भर गई है। अगले छह महीनों के दौरान मोदी को भूटान, ब्राजील, जापान, अमेरिका समेत आधा दर्जन मुल्कों की यात्राएं करनी हैं। प्रधानमंत्री इस माह के अंत में भूटान यात्रा से अपने विदेश दौरों की शुरुआत करेंगे। आमद के साथ ही विदेश नीति की प्राथमिकताएं स्पष्ट कर चुके मोदी सितंबर में प्रस्तावित अमेरिका यात्रा से पहले जुलाई में जापान जाएंगे।
मोदी की प्रस्तावित विदेश यात्राओं का कैलेंडर नई सरकार की विदेश नीति की प्राथमिकताओं को भी दर्शाता है। शपथग्रहण समारोह में पड़ोसी मुल्कों के शासनाध्यक्षों को न्योता देने के बाद मोदी ने पहले विदेश दौरे के लिए भूटान का चयन किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने भी इसकी पुष्टि की है। जून से नवंबर के बीच मोदी म्यांमार व नेपाल की यात्रा भी कर लेंगे। बीते 13 सालों से किसी भारतीय प्रधानमंत्री की नेपाल यात्रा नहीं हो पाई। काठमांडू नवंबर 2014 में सार्क शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा।
चुनावी जीत के बाद मोदी को फोन कर बधाई देने वाले विश्व नेताओं में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा पहली कतार में थे। उन्होंने 17 मई को फोन कर मोदी को शुभकामनाओं के साथ ही अमेरिका आने का न्योता भी दिया था। वहीं जापान के प्रधानमंत्री ने 20 मई को हुए फोन संवाद में मोदी को बधाई के साथ निमंत्रण भेजा था। जापान से औपचारिक निमंत्रण के साथ ही यह आग्रह भी आया कि प्रधानमंत्री मोदी यथाशीघ्र जापान आएं जिसे उन्होंने स्वीकार किया है। मोदी को जुलाई में जापान दौरा करना है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, अमेरिका यात्रा के लिए सितंबर के अंतिम हफ्ते की तारीखें तय की जा रही हैं। अमेरिकी आग्रह के मद्देनजर भारतीय खेमा भी मोदी-ओबामा मुलाकात को संयुक्त राष्ट्र महासभा से अलग द्विपक्षीय यात्रा कार्यक्रम के तौर पर तय करने में जुटा है।
वैसे द्विपक्षीय यात्राओं के साथ ही बहुराष्ट्रीय सम्मेलनों में मोदी की शिरकत के न्योतों की फेहरिस्त भी लंबी है। अगले माह ब्राजील को भारत, रूस, चीन, दक्षिण अफ्रीका के साथ बने ब्रिक्स समूह के शिखर सम्मेलन की मेजबानी करनी है। जुलाई के मध्य में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन के साथ ही मोदी वहां भारत, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका के इब्सा समूह की बैठक में भी शामिल होंगे। इसके बाद अक्टूबर में पूर्वी एशियाई मुल्कों व आसियान देशों की शिखर बैठक के साथ ही मोदी को भारत-आसियान शिखर सम्मेलन के लिए भी मौजूद रहना होगा। नवंबर में जी-20 ऑस्ट्रेलिया में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में भी भारतीय प्रधानमंत्री की मौजूदगी अपेक्षित होगी।
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