'मोदी लहर में झाग ज्यादा और पानी कम था'
महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों के आने के बाद शिवसेना और भाजपा में नई जंग छिड़ गई है। शिवसेना ने खुले तौर पर कहा है कि चुनाव से पहले महाराष्ट्र में आई मोदी लहर की चाल किनारे पर पहुंचने से पहले ही मंद पड़ गई। महाराष्ट्र में भाजपा को सरकार बनाने के लिए किसी न किसी पार्टी के साथ गठबंधन करना पड़ेगा। इससे पह
मुंबई। महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों के आने के बाद शिवसेना और भाजपा में नई जंग छिड़ गई है। शिवसेना ने खुले तौर पर कहा है कि चुनाव से पहले महाराष्ट्र में आई मोदी लहर की चाल किनारे पर पहुंचने से पहले ही मंद पड़ गई।
महाराष्ट्र में भाजपा को सरकार बनाने के लिए किसी न किसी पार्टी के साथ गठबंधन करना पड़ेगा। इससे पहले किसी भी पार्टी को जीता या हारा नहीं माना जा सकता है। शिवसेना ने भाजपा की ओर इशारा करते हुए कहा है कि चुनाव के नतीजों के आने के बाद कुछ लोग जीत का बिगुल बजा रहे हैं, जो कि आधारहीन है। फिर भी लोगों को इसमें खुशी मिलती है तो हम उन्हें बधाई देते हैं।
भाजपा के लिए शिवसेना के यह तीखे बोल शिवसेना के समाचार पत्र सामना में सामने आए हैं। पीटीआइ के अनुसार सामना के माध्यम से शिवसेना ने जनता से भी कई सवाल किए हैं। शिवसेना ने जनता से अहम सवाल यह पूछा है कि क्या वे इस उलझे हुए फैसले से खुश हैं? सामना में शिवसेना की ओर से कहा गया है कि महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव में चार-पांच पार्टियों के बीच लड़ाई थी।
जिसका फायदा भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस और एनसीपी को भी हुआ है। लेकिन, लोकसभा चुनाव के नतीजे इससे विपरीत थे। शिवसेना ने जनादेश पर चिंता जताते हुए कहा कि इस उलझे फैसले के चलते राज्य के विकास और अखंडता पर प्रभाव पड़ेगा। शिवसेना ने यहां तक कह दिया है कि महाराष्ट्र में कई जगहों पर मोदी लहर में झाग ज्यादा और पानी कम था। शिवसेना की मानें तो चुनाव में भाजपा की तुलना में उनका प्रदर्शन अच्छा रहा है। ऐसा इसलिए कि महाराष्ट्र में भाजपा को मजबूत स्थिति में लाने के लिए खुद प्रधानमंत्री चुनाव प्रचार में लगे हुए थे। लेकिन, शिवसेना अपने दम पर ताल ठोक रही थी। शिवसेना ने विधानसभा चुनाव में मिली सफलता को अनमोल बताया है।
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