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दिग्विजय ने मोदी को सांप्रदायिक करार दिया

अपने विवादास्पद बयानों के लिए मशहूर कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा है कि क्या एक तेंदुआ अपना शिकार का खेल छोड़ सकता है। उन्होंने मोदी को सांप्रदायिक करार देते हुए आरोप लगाया कि वह धार्मिक सहिष्णुता व अल्पसंख्यकों के अधिकारों की बात करके कांग्रेस

By Sachin kEdited By: Published: Sun, 22 Feb 2015 12:03 AM (IST)Updated: Sun, 22 Feb 2015 12:15 AM (IST)

बेंगलुरु। अपने विवादास्पद बयानों के लिए मशहूर कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा है कि क्या एक तेंदुआ अपना शिकार का खेल छोड़ सकता है। उन्होंने मोदी को सांप्रदायिक करार देते हुए आरोप लगाया कि वह धार्मिक सहिष्णुता व अल्पसंख्यकों के अधिकारों की बात करके कांग्रेस पार्टी के मंच पर ही अपना कब्जा जमा लेना चाहते हैं।

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पंडित जवाहर लाल नेहरु की 125वीं जन्मशती पर एक कार्यक्रम में दिग्विजय ने कहा कि मिस्टर मोदी सहिष्णुता की बातें करते हैं। वह अल्पसंख्यकों के अधिकार की बातें करते हैं।... आज धर्मनिरपेक्षता की परिभाषा को ही चुनौती दी जा रही है। धर्मनिरपेक्षता का मतलब हमारे लिए सर्व धर्म सम्भाव है। पर अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस का सेंटर स्टेज ही हथिया लेना चाहते हैं। क्या एक तेंदुआ शिकार करना छोड़ सकता है। कभी नहीं।

कांग्रेस नेता ने कहा कि क्या वह गुजरात के सांप्रदायिक दंगों के लिए शर्मसार हैं। क्या वह उसके पीडि़तों को न्याय दिलाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि क्या मोदी मुजफ्फरनगर के दंगे में शामिल होने के आरोपी भाजपा नेता को सजा दिलाएंगे। या फिर वह उस केंद्रीय मंत्री को कैबिनेट से हटाएंगे जिसने देश को बांटने वाला रामजादा.... बयान दिया था। सिंह ने कहा कि मोदी अल्पसंख्यकों के हितों की बातें करने के बजाय उन पर अमल करके दिखाएं। उन्होंने आरोप लगाया कि धर्मनिरपेक्षता के लिए लडऩे वाली समाजसेवी तीस्ता सीतलवाड़ को डराया जा रहा है।

पढ़ेंः दिग्विजय का संघ की भूमिका पर सवाल


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