मोदी सरकार ने पकड़ी 1.37 लाख करोड़ रुपये कर चोरी
वित्त मंत्रालय के अनुसार एक अप्रैल 2014 से 31 मार्च 2017 के दौरान प्रत्यक्ष और परोक्ष करों से संबंधित कानूनों को लागू करने वाली एजेंसियों ने 23,064 सर्च और सर्वे कार्रवाई की हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली । देश में जमा कालेधन को पकड़ने मे मोदी सरकार ने बड़ी सफलता हासिल की है। सरकार ने बीते तीन साल में भारी भरकम 1.37 लाख करोड़ रुपये की टैक्स चोरी पकड़ी है। सरकार ने साफ कहा है कि कालेधन के खिलाफ जंग आने वाले दिनों में और तेज होगी तथा टैक्स चोरी करने वालों व कालाधन सफेद करने वालों को उनकी कारगुजारियों की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
वित्त मंत्रालय के अनुसार एक अप्रैल 2014 से 31 मार्च 2017 के दौरान प्रत्यक्ष और परोक्ष करों से संबंधित कानूनों को लागू करने वाली एजेंसियों ने 23,064 सर्च और सर्वे कार्रवाई की हैं। इनमें सबसे ज्यादा सर्च और सर्वे कार्रवाई आयकर विभाग ने 17525 की हैं। टैक्स अधिकारियों की इस कार्रवाई की बदौलत बीते तीन साल में भारी भरकम 1.37 लाख करोड़ रुपये की टैक्स चोरी पकड़ी है।
इसमें आयकर की चोरी 69434 करोड़ रुपये, केंद्रीय उत्पाद शुल्क की चोरी 13952 करोड़ रुपये और सेवा कर की चोरी 42727 करोड़ रुपये शामिल है। सरकार ने इस अवधि में टैक्स चोरी रोकने के साथ साथ दोषियों को सजा दिलाने के लिए बड़े स्तर पर मामले भी दर्ज किए हैं। बीते तीन साल में टैक्स चोरी से जुड़े 2,814 आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं जबकि 3,893 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।
कालेधन को सफेद करने वाले लोगों और कंपनियों पर नकेल कसने के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 519 मामले दर्ज किए हैं जबकि 396 सर्च कार्रवाई की हैं। साथ ही 79 मामलों में गिरफ्तारी कर 14,933 करोड़ रुपये की संपत्ति भी अटैच की गयी है।
मोदी सरकार ने 28 साल से निष्कि्रय पड़े बेनामी संपत्ति कानून को अमल में लाते हुए 124 मामलों में 55 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की है। इसके अलावा कालेधन को सफेद करने वाली शेल कंपनियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गयी है।
मंत्रालय का कहना है कि कालेधन के खिलाफ सरकार की जंग आने वाले दिनों में और तेज होगी। मंत्रालय ने कहा कि कालेधन को सफेद करने वाले तथा टैक्स की चोरी करने वालों को उनकी कारगुजारियों की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
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