भारत माता की जय
दो संसदीय सीट ही नहीं पूरे देश में अपने नाम, काम और पार्टी का डंका बजाने के बाद मां से आशीर्वाद लेकर समर्थकों से मुखातिब हुए नरेंद्र मोदी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में भारत माता की जय के घोष के साथ शुरुआत की और सबका आभार जताया। मोदी के जज्बात उन्हीं के शब्दों में..
वडोदरा, जागरण संवाददाता। दो संसदीय सीट ही नहीं पूरे देश में अपने नाम, काम और पार्टी का डंका बजाने के बाद मां से आशीर्वाद लेकर समर्थकों से मुखातिब हुए नरेंद्र मोदी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में भारत माता की जय के घोष के साथ शुरुआत की और सबका आभार जताया। मोदी के जज्बात उन्हीं के शब्दों में..
भारत माता की..जय, भारत माता की...जय। आज पूरा हिंदुस्तान जिस नगरी के लिए गौरव कर रहा है, उस वडोदरा के मेरे प्यारे भाइयों और बहनों। आज सुबह से आप सब चाहते थे कि मैं कुछ बोलूं, लेकिन मेरा मन कहता था कि अगर बोलूंगा तो वडोदरा जाकर बोलूंगा। अगर पहला हक है, तो वडोदरा का है। अच्छे दिन आ रहे हैं, अच्छे दिन आ रहे हैं।
मैं यहां आया हूं आप सबका अभिनंदन करने के लिए, धन्यवाद करने के लिए। इस चुनाव में गुजरात ने अदभुत रिकॉर्ड कायम किया है, 26 में 26। मैं बताता हूं, 26 में 25 भी आतीं तो कल बुराई हो जाती। भाइयों-बहनों, देश आजाद होने के बाद ज्यादातर कांग्रेस की सरकार रही है। जब भी गैर-कांग्रेस सरकार आई है, तो गठबंधन की आई। यह पहली बार हुआ है कि किसी गैर-कांग्रेसी दल को अपने दम पर बहुमत मिला हो। एक महत्वपूर्ण बात, अब तक देश में जितने चुनाव हुए, उनमें नेतृत्व उनके पास था, जो आजादी के पहले पैदा हुए। ये पहला चुनाव है, जिसका नेतृत्व आजादी के बाद जो पैदा हुए, उनके हाथ रहा, चाहे कांग्रेस हो, चाहे भाजपा हो। आज मैं इस सयाजीराव गायकवाड़ जी की धरती से देशवासियों को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि हमें आजादी के लिए मरने का सौभाग्य नहीं मिला, लेकिन आजाद हिंदुस्तान में सुराज्य के लिए जीना, ये हमारा संकल्प है। आपने राजग को 300 प्लस दे दिया। देश की जनता का मैं बहुत आभारी हूं।
मैं एक सवाल पूछूं आपसे, परिश्रम करने की मेरी जो पराकाष्ठा है उसमें देश में किसी को शक है क्या? हम तो मजदूर नंबर वन हैं। देश को मेरे जैसा मजदूर नहीं मिलेगा। मैं सबको साथ लेकर चलूंगा। मैंने कहा था, स्पष्ट बहुमत के बावजूद भी हम देश चलाने के लिए सबको साथ रखना चाहते हैं। मैं प्रचार के दौरान छोटे-छोटे बच्चों के स्लोगन देखता था। यू-ट्यूब पर देख रहा था कि अभी-अभी बोलना सीखने वाले बच्चे भी बोलते थे, अबकी बार मोदी सरकार।
इसका मतलब ये हुआ कि 15-16 साल के बाद जब उनके लिए चुनाव आएंगे, तो उनकी वोट भी तैयार हो गई। यही लोकतंत्र की ताकत है, पीढ़ी पर पीढ़ी लोग जुड़ते चलें। कारवां बढ़ता चले। फिर एक बार आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। वंदे मातरम।
(जीत के बाद वडोदरा में नरेंद्र मोदी के भाषण के अंश)
नरेंद्र मोदी की खास टिप्पणियां
वडोदरा को मैं नामांकन भरने के बाद सिर्फ 50 मिनट दे पाया था और आपने 5 लाख 70 हजार वोटों की जीत दी मुझे। मैं वडोदरा की जनता को सिर झुकाकर नमन करता हूं।
शायद हिंदुस्तान के इतिहास में पहली बार किसी प्रत्याशी को मतदाताओं के साथ संवाद करने का अवसर न मिला हो। बनारस ने मोदी के मौन पर मुहर लगा दी।'
सरकार कुछ विशेष लोगों की नहीं होती। सरकार किसी दल की नहीं होती। सरकार पूरे देश की होती है। सरकार सवा सौ करोड़ देशवासियों की होती है।
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