जम्मू-कश्मीर की पहली महिला CM बनीं महबूबा, 22 मंत्रियों ने भी ली शपथ
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। उन्हें राज्यपाल एनएन वोहरा ने पद की शपथ दिलाई।
जम्मू। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री बन गई हैं। उन्हें राज्यपाल एनएन वोहरा ने पद की शपथ दिलाई। पीडीपी और भाजपा के नेतृत्व में एक बार फिर बनी इस सरकार में 22 विधायकों ने पद व गोपनीयता की शपथ ली। भाजपा के डॉ. निर्मल सिंह उपमुख्यमंत्री बने हैं। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू और जितेंद्र सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए।
करीब 18 वर्ष पहले अपने स्वर्गीय पिता मुफ्ती मुहम्मद सईद के साथ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नींव रखने वालों में शामिल महबूबा राज्य की 13वीं मुख्यमंत्री बनी हैं। इसके साथ ही उन्हें राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री होने का भी गौरव हासिल हुआ है।
इन्होंने ली शपथ
पीडीपी-भाजपा गठबंधन वाली इस सरकार में महबूबा के बाद भाजपा के निर्मल सिंह को राज्यपाल एनएन वोहरा ने मंत्री पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। पीडीपी नेता गुलाम नबी लोन ने राज्य के मंत्री के रूप में और भाजपा नेता बलि भगत ने मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली।
पीडीपी नेता अब्दुल हक खान और भाजपा के चौधरी लाल सिंह ने भी मंत्री पद व गोपनीयता की शपथ ली। भाजपा नेता चौधरी लाल सिंह ने डोगरी भाषा में शपथ ली।
पीडीपी नेता सैय्यद बशारत अहमद बुखारी को भी राज्यपाल एनएन वोहरा ने मंत्री पद व गोपनीयता शपथ दिलाई। उन्होंने कोशुर भाषा में शपथ ली।
हसीब दराबू, पीपल्स कॉन्फ्रेंस नेता सज्जाद लोन और शेरिंग दोरजे ने भाजपा-पीडीपी गठबंधन वाली जम्मू-कश्मीर सरकार में मंत्री पद की शपथ ली।
पीडीपी नेता सैय्यद नईम अख्तर आंद्राबी, आसिया नकास ने भी मंत्री पद की शपथ ली।
जबकि भाजपा नेता अब्दुल गनी कोहली, सुनील कुमार शर्मा और प्रिया सेठी को मंत्री पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।
कैबिनेट मंत्री
अब्दुल रहमान वीरी - पीडीपी
गुलाम नबी लोन- पीडीपी
अब्दुल हक खान- पीडीपी
बशारत बुखारी- पीडीपी
हसीब द्राबू- पीडीपी
चौधरी जुल्फीकार अली - पीडीपी
नईम अख्तर- पीडीपी
इमरान अंसारी- पीडीपी
भाजपा के कैबिनेट मंत्री
निर्मल सिंह
चंद्र प्रकाश
बलि भगत
लाल सिंह
सज्जाद लोन (पीपुल्स कॉन्फ्रेंस)
शेरिंग दोरजे (पीपुल्स कॉन्फ्रेंस)
अब्दुल गनी कोहली
श्याम लाल चौधरी
राज्य मंत्री
आयेशा नकास- पीडीपी
जहूर मीर- पीडीपी
फारूक अंद्राबी - पीडीपी
सुनील कुमार शर्मा- भाजपा
प्रिया सेठी - भाजपा
अजय नंदा- भाजपा
उमर अब्दुल्ला ने उठाए सवाल
नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शपथ ग्रहण समारोह में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रवेश पर पाबंदी के आदेश पर सवाल उठाए। उन्होंने ट्वीट करते हुए सवाल पूछा कि आखिर पीडीपी और भाजपा के मीडिया मैनजरों ने ऐसा क्यों किया?
उन्होंने लिखा है कि महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं हैं। उनके शपथ ग्रहण समारोह में सिर्फ डीडी न्यजू के ओबी वैन को छोड़ किसी अन्य न्यूज चैनल को नहीं आने दिया गया। आखिर ऐसा क्यों हुआ?
उन्होंने लिखा है कि इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ था, न तो 2009 में और न ही 2015 में। लेकिन इस बार ऐसा क्यों?
'कांग्रेस की शपथ ग्रहण से दूरी दुर्भाग्यपूर्ण'
शपथ ग्रहण समारोह से सभी बड़े कांग्रेसी नेताओं ने दूरी बनाई रखी है। इस समारोह में शामिल हुए केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि ‘कांग्रेस द्वारा शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करना सच में बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर को विकास की ओर लेकर जाना है’। बीजेपी महासचिव और जम्मू-कश्मीर के प्रभारी राम माधव ने भी कांग्रेस द्वारा शपथ ग्रहण समारोह के बहिष्कार को निंदनीय बताया साथ ही उन्होंने सीएम महबूबा मुफ्ती और सभी मंत्रियों को शुभकामनाएं भी दी।
बता दें कि पीडीपी-भाजपा गठबंधन में सज्जाद लोन के नेतृत्व वाली पीपुल्स कांफ्रेंस भी एक घटक है और 87 सदस्यीय विधानसभा में इस गठबंधन के विधायकों की संख्या 56 है। विधानसभा में पीडीपी के 27 विधायक हैं जबकि भाजपा के 25 और पीपुल्स कांफ्रेंस के दो विधायक है और दो निर्दलीय इस गठबंधन का समर्थन कर रहे हैं।
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