आतंकवाद पर भारत और अमेरिका के बीच हुई बैठक
भारत और अमेरिका इसके लिए आपसी तालमेल को और मजबूत बनाने को सहमत हो गये हैं।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। ट्रंप प्रशासन की पहली राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में भारत को अहम सहयोगी घोषित करने के अगले दिन भारत और अमेरिका के बीच आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को लेकर एक अहम बैठक हुई है। मंगलवार को नई दिल्ली में हुई इस बैठक में खास तौर पर इस बात पर चर्चा हुई कि किस तरह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घोषित आतंकियों और आतंकी संगठनों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय आदेशों को लागू किया जाए।
दोनों देश इसके लिए आपसी तालमेल को और मजबूत बनाने को सहमत हो गये हैं। बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया है कि आतंकवादी हमलों के खिलाफ तमाम सूचनाओं के आदान प्रदान के मौजूदा ढांचे को और सुधारा जाएगा। इसका असर पाक में पनाह लिये जैश ए मोहम्मद के मुखिया मौलाना मसूद अजहर के खिलाफ होने वाली कार्रवाई में ही दिखाई दे सकता है। भारत और अमेरिका दोनो की कोशिश है कि अजहर को संयुक्त राष्ट्र की तरफ से आतंकी घोषित किया जाए लेकिन चीन के अड़ंगे की वजह से ऐसा नहीं हो पा रहा है।
सनद रहे कि हाल के महीनों में अमेरिका ने आतंकवाद को लेकर भारत की चिंताओं को लेकर काफी संवेदनशीलता दिखाई है। हाल ही में जब पाकिस्तान के न्यायालय ने मुंबई हमले के प्रमुख आरोपी हाफिज सईद पर लगे अंकुश को हटाने का आदेश दिया था तब भारत के साथ अमेरिका ने भी कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी। आतंकवाद के खिलाफ सहयोग पर भारत और अमेरिका की अगली बैठक अब अमेरिका में होगी। दोनो देशों के बीच आतंकवादियों से जुड़ी सूचनाओं के आदान-प्रदान करने का एक विश्वस्त नेटवर्क पहले से ही स्थापित हो चुका है।
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