खाड़ी देशों में मेरठ से भेजा जा रहा गोमांस
मेरठ [जासं]। खाड़ी देशों में बड़े पैमाने पर गोमांस निर्यात हो रहा था। डीएम के नेतृत्व में गढ़ रोड स्थित मुद्रा कोल्ड स्टोरेज [पैकेजिंग मीट प्लांट] में मारे गए छापे से यह पता चला है। मीट के आठ नमूनों की जांच कर मथुरा स्थित फोरेंसिक लैब ने गोमांस होने की पुष्टि कर दी है। प्लांट संचालकों के विरुद्ध मेडिकल थाने मे
मेरठ [जासं]। खाड़ी देशों में बड़े पैमाने पर गोमांस निर्यात हो रहा था। डीएम के नेतृत्व में गढ़ रोड स्थित मुद्रा कोल्ड स्टोरेज [पैकेजिंग मीट प्लांट] में मारे गए छापे से यह पता चला है। मीट के आठ नमूनों की जांच कर मथुरा स्थित फोरेंसिक लैब ने गोमांस होने की पुष्टि कर दी है। प्लांट संचालकों के विरुद्ध मेडिकल थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। अब इकाई को सील करने की तैयारी है। इस मामले में मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने भी रिपोर्ट तलब की है।
एडीएम सिटी सतीश कुमार दुबे ने बताया कि मुद्रा कोल स्टोरेज से मीट के आठ नमूने लिए गए थे, उन्हीं का परीक्षण कराया गया। इकाई संचालक हाजी तोसीफ इलाही, लियाकत आदि के विरुद्ध गोहत्या आदि गंभीर धाराओं में पशु चिकित्साधिकारी की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी डॉ. ब्रजेश बहादुर की रिपोर्ट के आधार पर इकाई को सील करने की तैयारी की जा रही है।
बूचड़खाने नहीं फिर भी मांस का निर्यात :
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मांस माफिया के तार खाड़ी देशों से जुड़े हैं। डायरेक्टेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस [डीआरआइ], केंद्रीय व प्रदेश गृह विभाग की मानें तो मेरठ, खुर्जा, रामपुर, उन्नाव, सहारनपुर, गाजियाबाद, मुरादाबाद समेत देश के कई मीट प्लांटों में खाड़ी देशों से धन बरस रहा हैं। मेरठ की मुद्रा कोल्ड स्टोर समेत वेस्ट यूपी की सात व देश की ऐसी 14 फर्जी कंपनियां हैं, जिनके पास अनुमोदित बूचड़खाना नही है। इसके बाद भी वे विदेशों में मीट निर्यात कर रही हैं। नियमानुसार अनुमोदित बूचड़खाने का मांस ही विदेशों में आपूर्ति हो सकता है।
मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर