राजस्थान में मेडिकल इमरजेंसी जारी, अब तक 33 लोगों की मौत
सरकार और चिकित्सक संघ के पदाधिकारियों के बीच वार्ता का दौर रविवार को एक बार फिर शुरू हुआ। अधिकांश मांगों पर सहमति बन गई हैं।
जागरण संवाददाता,जयपुर। राजस्थान में पिछले सात दिनों से चिकित्सकों की हड़ताल से मेडिकल इमरजेंसी जारी है। कई ऑपरेशन टाले जा रहे हैं। मरीजों को जबरन छुट्टी देकर घर भेजा जा रहा है। अब तक सूबे में 33 लोगों की मौत चिकित्सा के अभाव में हो चुकी है।
इधर, सरकार और चिकित्सक संघ के पदाधिकारियों के बीच वार्ता का दौर रविवार को एक बार फिर शुरू हुआ। अधिकांश मांगों पर सहमति बन गई हैं। केवल चिकित्सकों की दो बड़ी मांगों पर गतिरोध जारी है। चिकित्सक चाहते हैं कि 24 वर्षो की सरकारी सेवा पूरी होने पर उन्हें आइएएस अधिकारियों के समान ग्रेड पे दिए जाएं। साथ ही एक पाली में अस्पताल चलाए जाएं। सरकार इन दोनों ही मांगों को मानने को तैयार नहीं है। सरकार का तर्क है कि एक पाली में अस्पताल चलाने से मरीजों को भारी परेशानी होगी।
आइएएस अधिकारियों के समान ग्रेड पे देने की दूसरी मांग पर सरकार का कहना है कि यदि यह मांग मान ली जाती है तो सरकार पर 200 करोड़ रुपये का अतिरिक्त वार्षिक भार पड़ेगा। उधर, स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने संकेत दिए हैं कि देर रात हड़ताल समाप्त हो सकती है। चिकित्सकों की हड़ताल से जनाक्रोश बढ़ने लगा है। लोगों ने अब चिकित्सकों का सार्वजनिक बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। दूध-फल सब्जी मंडी संघ ने चिकित्सकों के घरों में सोमवार से दूध की सप्लाई नहीं करने की धमकी दी है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।