महाराष्ट्र में कौन होगा भाजपा का साथी, कल तय करेंगे राजनाथ-नडडा
महाराष्ट्र में होने वाली सियासी सरगर्मियों के बीच केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और जेपी नडडा का आज होने वाला मुंबई दौरा रद कर दिया गया
नई दिल्ली। महाराष्ट्र में होने वाली सियासी सरगर्मियों के बीच केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और जेपी नडडा का आज होने वाला मुंबई दौरा रद कर दिया गया है। अब वह मंगलवार को मुंबई जाएंगे और राज्य के नए मुख्यमंत्री और अपने सहयोगी का नाम तय करेंगे। दरअसल आज शिवसेना ने भाजपा को समर्थन के बाबत अपनी एक अहम बैठक बुलाई है, जिस वजह से भाजपा नेताओं का मुंबई दौरा रद किया गया है। भाजपा ने साफ कर दिया है कि वह पहले इस मुद़दे पर शिवसेना का रुख देखना चाहती है। इसके अलावा भाजपा ने यह भी साफ कर दिया है कि शिवसेना यदि बिना शर्त उन्हें समर्थन देने को तैयार है तो वह उसके साथ चलने को तैयार होगी अन्यथा नहीं।
भाजपा का मानना है कि चुनाव परिणाम के बाद सियासी समीकरण पूरी तरह से बदल चुके हैं। अब राज्य में शिवसेना बडे भाई की भूमिका में नही है। लिहाजा उसको भाजपा के अंतर्गत ही चलना होगा। वहीं सूत्र बताते हैं कि शिवसेना भाजपा को सशर्त समर्थन देने को तैयार है। वह सरकार में शामिल होने की मंशा रखती है। भाजपा चाहती है कि पहले शिवसेना इस मुद़दे पर अपनी राय को सार्वजनिक करे तभी वह आगे कदम बढाएंगे। दूसरी ओर एनसीपी भाजपा को समर्थन देने के लिए तैयार है। महाराष्ट्र विधानसभा में 122 सीटें पाई भाजपा को यदि एनसीपी की 41 सीटें मिल जाती हैं तो वह आसानी के साथ सरकार बना सकती है। इसका दूसरा फायदा यह भी है कि एनसीपी उसको बाहर से समर्थन देने को तैयार है।महाराष्ट्र के राजनीतिक पृष्ठभूमि के लिए आज और कल का दिन बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है।
भाजपा नेता विनोद तावडे के मुताबिक सोमवार को भाजपा जीत का विजयोत्सव मनाएगी। साथ ही चुनाव आयोग की फार्मेलिटी को भी पूरा करेगी। उन्होंने बताया कि आज प्रदेश में चुने गए विधायक और प्रदेश के सभी नेता पार्टी आफिस में मिलने वाले हैं, लेकिन भाजपा के नेता और सहयोगी का नाम कल राजनाथ के आने के बाद ही तय किया जाएगा।
288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को सबसे अधिक 122 सीटें हासिल हुई हैं। दूसरे नंबर पर शिवसेना है, जिसकी झोली में 63 सीटे हैं। राकांपा को 41 सीटों पर जीत मिली हैं। प्रदेश में सरकार बनाने के लिए किसी भी दल या गठबंधन के पास 145 सीटें होना जरूरी है।
बहरहाल, राकांपा से बिना शर्त समर्थन का प्रस्ताव मिलने के बाद भाजपा के दोनों हाथों में लड्डू है। हालांकि सूत्रों के मुताबिक, भाजपा चाहती है कि वह शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाए, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि पहले पहल कौन करे?
शिवसेना खोलेगी अपने पत्ते
दोपहर 12 बजे मातोश्री में शिवसेना विधायक दल की बैठक होगी। विधायकों से चर्चा के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपने पत्ते खोलेंगे। बैठक में इस पर विचार होगा कि भाजपा का समर्थन देकर सरकार का हिस्सा बना जाए या नहीं और यदि भाजपा के साथ जाना है तो शर्तें क्या रहेंगी? माना जा रहा है कि शिवसेना सीएम पद की मांग कर सकती है।
राकांपा की बैछक दो बजे
भाजपा को बिना शर्त बाहर से समर्थन देने की पेशकश कर चुकी राकांपा के विधायक दल की बैठक भी आज दोपहर दो बजे होगी। इसमें पार्टी प्रमुख शरद पवार भी मौजूद रहेंगे।