शादी की नीयत से किए जाते हैं 40 फीसद अपहरण
अक्सर मीडिया में अपहरण की खबरें आती हैं। और माना जाता है कि यह अपहरण फिरौती के लिए किया गया है। पर आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि देश में होने वाले अ ...और पढ़ें

अक्सर मीडिया में अपहरण की खबरें आती हैं। और माना जाता है कि यह अपहरण फिरौती के लिए किया गया है। पर आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि देश में होने वाले अपहरणों में करीब 40 फीसद मामले फिरौती नहीं बल्कि शादी के लिए होते हैं। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने पहली बार अपहरणों के कारणों का खुलासा करते हुए रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अब फिरौती अपहरण की मुख्य वजह नहीं रही।
कुल 77,000 अपहरण के मामले
एनसीआरबी 2014 के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल कुल 77,000 अपहरण के मामले सामने आए थे, जिनमें से केवल 676 मामलों में फिरौती के लिए अपहरण किया था, जबकि 31 हजार महिलाओं को शादी के लिए मजबूर करने के लिए अपहरण किया गया। वहीं 1500 मामलों में हत्या की नीयत से अपहरण किया गया।
यूपी, बिहार और असम सबसे आगे
शादी के लिए अपहरण के मामलों में यूूपी, बिहार और असम सबसे आगे हैं। इन राज्यों में से यूपी में शादी के लिए महिलाओं को अपहरण करने के सबसे ज्यादा 7,338 मामले सामने आए हैं।
बिहार में अपहरण के 4,641 मामले सामने आए। जबकि असम में 3,883 लोगों का अपहरण हुआ। असम में अपहरण की दर सबसे ऊंची है। यहां इस तरह का अपराध प्रति एक लाख की आबादी पर 25 है।
फिरौती और हत्या के लिए अपहरण
फिरौती के लिए अपहरण के सबसे ज्यादा मामले पश्चिम बंगाल में 101, यूपी में 83 और बिहार में 62 दर्ज किए गए। वहीं हत्या के लिए अपहरण के मामलों में असम 632 का पहला स्थान है। उसके बाद यूपी 539 के साथ दूसरी पोजिशन पर हैं।
सभी तरह के अपहरणों में यूपी सबसे आगे
कुल अपरहणों की कैटगरी में उत्तर प्रदेश सबसे ऊपर है। यूपी में पिछले साल 12,361 अपहरण के मामले सामने आए थे। मध्य प्रदेश 7,833 मामलों के साथ दूसरे नंबर पर है। वहीं 6,570 के साथ बिहार तीसरे और पश्चिम बंगाल 6,110 अपहरण के मामलों के साथ चौथे नंबर पर है।
आंकड़े
कुल अपहरण के मामले
77,000
शादी के लिए
31,000
फिरौती के लिए
676
हत्या के लिए
1500
शादी के लिए महिलाओं अपहरण
यूपी में 7,338 मामले
बिहार में 4,641 मामले
असम में 3,883
[साभार: आइ नेक्स्ट]

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