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जानें, क्या है बलूचिस्तान विवाद और क्या चाहते हैं वहां के लोग?

बलूचिस्तान में पिछले काफी समय से आजादी के लिए वहां के लोग आंदोलन कर रहे हैं। बलूची लोगों का कहना है कि पाकिस्तान सरकार आम लोगों का दमन कर रही है।

By Manish NegiEdited By: Published: Tue, 16 Aug 2016 01:52 PM (IST)Updated: Tue, 16 Aug 2016 02:36 PM (IST)
जानें, क्या है बलूचिस्तान विवाद और क्या चाहते हैं वहां के लोग?

नई दिल्ली, (वेब डेस्क)। सोमवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्रचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाक अधिकृत कश्मीर, गिलगित और बलूचिस्तान के बिगड़ते हालात के बारे में बात की और वहां के लोगों ने उनके मुद्दे उठाने के लिए उनका शुक्रिया अदा किया।

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पाकिस्तान ने मोदी के इस भाषण की जमकर आलोचना की। पिछले कुछ समय से बलूचिस्तान के नागरिक पाकिस्तान सरकार से अपनी रिहाई की मांग कर रहे हैं।

आईये जानते है बलूचिस्तान के बारे में कुछ खास बातें...

- बलूचिस्तान पाकिस्तान का पश्चिमी प्रांत है। बलूचिस्तान ईरान व अफगानिस्तान के सटे हुए क्षेत्रों में बंटा हुआ है। इसकी राजधानी क्वेटा है। यहां के लोगों की प्रमुख भाषा बलूच या बलूची के नाम से जानी जाती है।

- पाकिस्तानी सरकार ने बलूचिस्तान में विद्रोह के खिलाफ 1948, 1858-59, 1962-63 और 1973-77 में सैन्य अभियान छेड़ा। साल 2000 से वहां संघर्ष शुरू हुआ।

- बलूचिस्तान के लोग पाकिस्तान से अलग राज्य की मांग करते रहे हैँ। पाक नेता नायला कादरी बलूच ने भारत सरकार से हस्तक्षेप कर बलूचिस्तान को पाकिस्तान से आजाद कराने की अपील की है।

- पाकिस्तान से आजादी के लिए कई हथियारबंद अलगाववादी समूह बलूचिस्तान में सक्रिय हैं। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी और लश्कर-ए-बलूचिस्तान प्रमुख अलगाववादी समूह हैं।

- पाकिस्तान सरकार पर बलूचिस्तान के लोगों का व्यवस्थित उत्पीड़न करने का आरोप है। हाल ही में पाकिस्तानी फौज ने बलूचिस्तान के हजारों नागरिकों को गिरफ्तार किया था।

- पाकिस्तान सरकार पर यहां के लोगों की आजादी पर प्रतिबंध लगाने का भी आरोप है। आरोप है कि संघर्ष वाले इलाकों में अंतरराष्ट्रीय मीडिया को यहां काम करने से रोका गया। विदेशी पत्रकारों पर यहां हमला भी किया गया।

- नायला कादरी बलोच ने माना का आरोप है कि पाकिस्तान ने क्षेत्र में आतंकी संगठन स्थानीय तौर पर अल-कायदा और आईएसआईएस का गठन किया है।

- बलूचिस्तान में प्राकृतिक संसाधन भरपूर है। इसके बावजूद यहां लोगों की हालत ठीक नहीं है। बलूचिस्तान की गिनती पाकिस्तान के सबसे पिछड़े राज्यों में होती है।

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