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पाक से वार्ता प्रस्ताव पर कश्मीर विधान परिषद में हंगामा

जम्मू-कश्मीर में शांति कायम करने के लिए पाकिस्तान से वार्ता शुरू करने के नेशनल कांफ्रेंस के प्रस्ताव पर बहस न होने पर बुधवार को विधान परिषद में खूब हंगामा हुआ। भड़के सदस्यों ने कहा कि इस मुद्दे को पेश करने से पहले बहस होनी चाहिए। इसमें सिर्फ नेशनल कांफ्रेंस को क्रेडिट देने का प्रयास किया जा रह

By Edited By: Published: Wed, 27 Aug 2014 11:42 PM (IST)Updated: Wed, 27 Aug 2014 11:43 PM (IST)
पाक से वार्ता प्रस्ताव पर कश्मीर विधान परिषद में हंगामा

राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू-कश्मीर में शांति कायम करने के लिए पाकिस्तान से वार्ता शुरू करने के नेशनल कांफ्रेंस के प्रस्ताव पर बहस न होने पर बुधवार को विधान परिषद में खूब हंगामा हुआ। भड़के सदस्यों ने कहा कि इस मुद्दे को पेश करने से पहले बहस होनी चाहिए। इसमें सिर्फ नेशनल कांफ्रेंस को क्रेडिट देने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि यह पूरे सदन का मामला है। शोर-शराबे के चलते सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी गई। इसपर चेयरमैन अमृत मल्होत्रा ने कार्यवाही को दिनभर के लिए स्थगित कर दिया। अब यह प्रस्ताव गुरुवार को बहस के लिए आएगा।

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जम्मू-कश्मीर में शांति के लिए केंद्र को पड़ोसी देश से वार्ता शुरू करने का प्रस्ताव नेशनल कांफ्रेंस के एमएलसी देवेंद्र राणा ने गत मंगलवार को लाया था। उन्हीं की पार्टी की शहनाज गनई ने भी सीमा पर पाक की गोलाबारी पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया था। सदन में सदस्यों ने दोनों प्रस्तावों पर सहमति जताते हुए बहस करवाने की मांग उठाई थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया था। बुधवार को राणा के प्रस्ताव पर बहस होनी थी, लेकिन चेयरमैन ने उन्हें प्रस्ताव पेश करने के लिए कहा। इसपर पीडीपी, पैंथर्स पार्टी व कांग्रेस के सदस्य भड़क गए और शोर-शराबा शुरू हो गया। सदस्यों ने आरोप लगाया कि इस मुद्दे पर भेदभाव किया गया है। गोलाबारी पूरे सदन का मुद्दा है और उस पर एक पार्टी को क्रेडिट देने की कोशिश में बहस नहीं करवाई जा रही है। वहीं, शहनाज गनई ने भी अपने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर बहस को दिन की कार्यवाही में शामिल न करने का मुद्दा उठाया।

इस बीच, कांग्रेस के जहांगीर मीर ने कहा कि यह दुखद है कि शहनाज गनई के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव को नजरअंदाज कर दिया गया। इस दौरान पीडीपी के सदस्यों ने भी आरोप प्रत्यारोप लगाए। जब मामला शांत न हुआ तो डिप्टी चेयरमैन ने दस मिनट के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो दोबारा शोर-शराबा होने लगा। इसपर चेयरमैन ने यह कहकर सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी कि वार्ता व ध्यानाकर्षण प्रस्ताव वीरवार को विधानपरिषद में बहस के लिए आएगा। वहीं देवेंद्र राणा ने कहा कि यह सीमांत लोगों से जुड़ा मुद्दा है, दुखद है कि इस पर कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं।

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