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3 फीट का आंतकी नूर मोहम्मद था सेना के लिए सरदर्द, मुठभेड़ में ऐसे हुआ ढेर

नूर मोहम्मद की सिर्फ सवा तीन फीट का था। लेकिन, इस छोटी से कद के आतंकी का कई बड़ी घटनाओं में हाथ था।

By Manish NegiEdited By: Published: Tue, 26 Dec 2017 05:58 PM (IST)Updated: Tue, 26 Dec 2017 09:44 PM (IST)
3 फीट का आंतकी नूर मोहम्मद था सेना के लिए सरदर्द, मुठभेड़ में ऐसे हुआ ढेर

श्रीनगर, जेएनएन। दक्षिण कश्मीर के पांपोर में सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद के डीविजनल कमांडर नूर मोहम्मद उर्फ नूरा त्राली को ढेर कर दिया। नूर मोहम्मद के मारे जाने के बाद आतंकी संगठन को बड़ा झटका लगा है। वहीं श्रीनगर-अनंतनाग राष्ट्रीय राजमार्ग और श्रीनगर शहर में एक बड़े आतंकी हमले की रची जा रही साजिश भी नाकाम हो गई है। बता दें नूर मोहम्मद सिर्फ सवा तीन फीट का था। लेकिन, इस छोटे से कद के आतंकी का कई बड़ी घटनाओं में हाथ था। जिसके कारण इसे जैश-ए-मोहम्मद का डिवीजनल कमांडर बनाया गया था। 

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कौन है नूर मोहम्मद?

नूर मोहम्मद तांत्रे अरिपाल त्राल का रहने वाला था। नूर करीब पांच माह पहले ही जैश ए मोहम्मद में सक्रिय हुआ है। वह पिछले करीब 17 सालों से आतंकी गतिविधियों में सक्रिय था और साल 2003 में दिल्ली में आतंकी साजिशों को अंजाम देने के सिलसिले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। वह जुलाई 2015 मे पेरोल पर छूटा था और उसके बाद से लगातार अपनी पेरोल बढ़वा रहा था। लेकिन इसी साल 14 जुलाई को वह अचानक घर से लापता हो गया था। जिसके बाद वो दोबारा जैश ए मोहम्मद के साथ जा मिला।

नाटे कद के आंतकी पर था बड़ा ईनाम

नूर मोहम्मद तांत्रे उर्फ नूरा त्राली छोटे कद का था और उसकी लंबाई सिर्फ सवा तीन फुट थी। आतंकी संगठन में दोबारा सक्रिय होने के कुछ ही समय बाद वह जैश-ए-मोहम्मद का दक्षिण कश्मीर में डीविजनल कमांडर बन गया। उसे सुरक्षाबलों ने डबल ए श्रेणी का आतंकी घोषित करते हुए उसके जिंदा या मुर्दा पकड़े जाने पर 10 लाख का ईनाम घोषित कर रखा था।

कई आतंकी घटनाओं में था शामिल

नूर मोहम्मद कई आतंकी घटनाओं में शामिल रहा था। गत 21 सितंबर को त्राल में राज्य के पीडब्लयूडी मंत्री नईम अख्तर के काफिले पर ग्रेनेड हमले की साजिश भी उसने ही रची थी। यह ग्रेनेड गुलजार नामक आतंकी ने फेंका था। इस हमले में दो नागरिकों की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि 30 अन्य जख्मी हुए थे।

इसके बाद तीन अक्टूबर को श्रीनगर एयरपोर्ट के साथ सटे बीएसएफ कैंप में हुए जैश के आत्मघाती हमले की साजिश में भी नूरा त्राली शामिल था। उसने अपने एक अन्य स्थानीय सूत्र की मदद से तीन हमलावर विदेशी आतंकियों को शीविर तक पहुंचाया था। हमले में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया था। जवाबी कार्रवाई में तीनों आतंकी भी मारे गए थे।

नूर समेत दो आतंकी ढेर

सुरक्षाबलों ने दक्षिण कश्मीर के संबूरा पांपोर में करीब सात घंटे चली मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के डीविजनल कमांडर नूर मोहम्मद समेत दो आतंकियों को मार गिराया। मुठभेड़ के दौरान आतंकी ठिकाना बना मकान भी पूरी तरह तबाह हो गया।

जानकारी के अनुसार, पुलवामा के पांपोर से सटे संबूरा इलाके में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने सोमवार को देर रात कासो चलाया और आधी रात के करीब मुठभेड़ शुरु हो गई। जवानों ने गोलियां बरसा रहे आतंकियों को कई बार आत्मसमर्पण की चेतावनी दी। लेकिन आतंकी नहीं माने। तड़के ढाई बजे के कब आतंकी ठिकाना बने मकान में दो जबरदस्त धमाके भी हुए। ताबड़तोड़ फायरिंग में दो आतंकियों को मार गिराया गया।

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