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    'जयललिता को घर में धक्का देकर गिरा दिया गया था'

    By Ravindra Pratap SingEdited By:
    Updated: Wed, 08 Feb 2017 09:03 AM (IST)

    अपने पुत्र मनोज के साथ संवाददाता सम्मेलन में तमिलनाडु विधानसभा के पूर्व स्पीकर पांडियन ने आरोप लगाया कि 'अम्मा' का निधन अप्राकृतिक परिस्थितियों में हुआ है

    'जयललिता को घर में धक्का देकर गिरा दिया गया था'

    चेन्नई, प्रेट्र। अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता पीएच पांडियन ने दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता की मौत की परिस्थितियों पर संदेह व्यक्त किया है। मंगलवार को उन्होंने आरोप लगाया कि जयललिता के पोएस गार्डन स्थित घर पर झगड़ा हुआ था और उस दौरान उन्हें धक्का देकर गिरा दिया गया था। उन्होंने वीके शशिकला को तमिलनाडु का मुख्यमंत्री बनाए जाने का भी जोरदार तरीके से विरोध किया।

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    अपने पुत्र मनोज के साथ संवाददाता सम्मेलन में तमिलनाडु विधानसभा के पूर्व स्पीकर पांडियन ने आरोप लगाया कि 'अम्मा' का निधन अप्राकृतिक परिस्थितियों में हुआ है, लिहाजा उन्हें अस्पताल में भर्ती कराए जाने के कारणों की जांच कराई जानी चाहिए। उन्होंने बताया, '22 सितंबर (जिस दिन जया को अस्पताल में भर्ती कराया गया था) की रात घर के लोगों के बीच काफी कहासुनी हुई थी। यह दूसरे पक्ष के परिवार (शशिकला का परिवार) के साथ हुई किसी घटना को लेकर हुई थी।

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    इस दौरान उन्हें (जया को) नीचे की ओर धक्का दिया गया था। वह गिरकर अचेत हो गईं थीं। अगले दिन इस घटना का जिक्र अखबारों में भी हुआ था।' बता दें कि एक दिन पहले ही सोमवार को लंदन स्थित डॉक्टर रिचर्ड बील के अलावा अपोलो अस्पताल और सरकारी डॉक्टरों ने जयललिता की मौत के पीछे किसी साजिश या जहर दिए जाने की आशंका से इन्कार किया है। शशिकला की पदोन्नति का विरोध करते हुए पांडियन ने कहा कि उन्हें न तो पार्टी प्रमुख बनने का अधिकार है और न ही मुख्यमंत्री बनने का। 2010 से 2016 तक अन्नाद्रमुक के राज्यसभा सदस्य रहे पांडियन के पुत्र मनोज ने कहा कि यह लोगों की इच्छा के खिलाफ उन्हें धोखा देकर किया जा रहा है।

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    अन्नाद्रमुक ने पांडियन को बताया 'विश्वासघाती'

    जयललिता की मौत से संबंधित पांडियन के आरोपों को अन्नाद्रमुक ने खारिज कर दिया है। पांडियन के आरोपों के कुछ ही घंटों बाद पार्टी ने भी एक प्रेस कांफ्रेंस की और कहा कि पांडियन ऐसे विश्वासघाती हैं जो भ्रम फैलाने के लिए विरोधियों के साथ मिल गए हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता और एमजी रामचंद्रन की पहली कैबिनेट में मंत्री रह चुके पन्रुति रामचंद्रन ने कहा कि शशिकला की पदोन्नति पार्टी नियमों के मुताबिक की गई है और वो वैध है।

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    शशिकला को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाने में केंद्र की ओर से किसी तरह की देर किए जाने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि केंद्र इसमें कोई विलंब कर रहा है। पार्टी प्रवक्ता सीआर सरस्वती ने भी आरोप लगाया कि एमजी रामचंद्रन के निधन के दो साल बाद 1989 में पांडियन ने 'अम्मा' का भी विरोध किया था और वह जानकी रामचंद्रन (एमजीआर की पत्नी) के साथ मिल गए थे।