Move to Jagran APP

यूपी से बाल विवाह खत्म करने को साथ आए 'जागरण पहल' व 'यूनिसेफ'

उत्‍तर प्रदेश में बाल विवाह जैसी गंभीर सामाजिक समस्‍या से निपटने के लिए यूनिसेफ और जागरण पहल अब साथ मिलकर काम करेंगे। दोनों के बीच हुए करार से राज्‍य में इस कुप्रथा से निपटने में मदद मिलेगी। शुरुआत में यह प्रोजेक्‍ट राज्‍य के छह जिलों में लागू होगा जिसमें लखनऊ,

By Kamal VermaEdited By: Published: Thu, 28 May 2015 06:35 PM (IST)Updated: Thu, 28 May 2015 07:18 PM (IST)
यूपी से बाल विवाह खत्म करने को साथ आए 'जागरण पहल' व 'यूनिसेफ'

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में बाल विवाह जैसी गंभीर सामाजिक समस्या से निपटने के लिए यूनिसेफ और जागरण पहल अब साथ मिलकर काम करेंगे। दोनों के बीच हुए करार से राज्य में इस कुप्रथा से निपटने में मदद मिलेगी। शुरुआत में यह प्रोजेक्ट राज्य के छह जिलों में लागू होगा जिसमें लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, गोरखपुर, बरेली और मुरादाबाद शामिल हैं।

loksabha election banner

उत्तर प्रदेश में बढ़ रहे बाल विवाह के चलन को देखते हुए यह पहल की गई है। लोगों को इसके प्रति जागरुक करने और इस कुप्रथा को खत्म करने में मीडिया एक अग्रण्ाी भूमिका निभा सकता है। न सिर्फ बालविवाह बल्कि बच्चों के खिलाफ बढ़ रहे अपराधों को रोकने के लिए भी मीडिया अग्रणी भूमिका निभा सकता है। यूनिसेफ और जागरण पहले के बीच हुए समझौते से राज्य में फैल रही इस बुराई को रोकने में काफी मदद मिलेगी।

बालविवाह के मामलों में वृद्धि सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश भर के अन्य राज्यों में भी देखने को मिली है। इसके लिए लोगों का नजरिया बदलना बेहद जरूरी है, जिसमें मीडिया अग्रणी भूमिका निभा सकता है। मीडिया में वह ताकत है जो लोगों की सोच में बदलाव ला सकती है।

इसके लिए जरूरी है कि मीडिया, सीएसओ और सरकार मिलकर काम करें। यूनिसेफ और जागरण पहल के तहत उत्तर प्रदेश के छह राज्यों में सबसे पहले बालविवाह समेत बाल अपराधों पर लोगों के बीच जागरुकता फैलाने का काम किया जाएगा। इसके लिए ई-प्लेटफार्म भी विकसित किया जाएगा जिसमें विचारों का आदान प्रदान किया जा सकेगा। इसके अलावा अलावा पत्रकारों को भी इसके प्रति जानकारी देने के लिए किट मुहैया करवाई जाएगी। इन सभी के अलावा दैनिक जागरण के एडिटाेरियल बोर्ड और पत्रकारों को भी इसके बारे में जानकारी दी जाएगी।

जागरण पहल की ओर से इस समझौते पर जागरण पहल के सीईओ आनंद मधाब ने हस्ताक्षर किए जबकि यूनिसेफ की तरफ से निलोफर पोरजेंड (चीफ ऑफ फील्ड आफिसर, यूपी) ने हस्ताक्षर किए। इस बारे में अपने संबोधन में निलोफर ने बालविवाह को बच्चों के अधिकारों का शोषण बताया। उन्होंने कहा कि बच्चों को अपना बचपन खुशी से बिताने का पूरा मौका मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जागरण पहल से हुए करार पर वह काफी गर्वित महसूस कर रही हैें। वहीं मधाब का कहना था कि यह समझौता राज्य से बालविवाह जैसी बुराई को खत्म करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.