कश्मीर की ओर बढ़ रहा आइएस
सेना की उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा ने कहा कि आतंकवादी संगठन आइएस (इस्लामिक स्टेट) राज्य की ओर कदम बढ़ा रहा है। सिक्योरिटी ग्रिड को एकजुटता से इस संगठन से निपटना होगा।
जागरण ब्यूरो, जम्मू । सेना की उत्तरी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा ने कहा कि आतंकवादी संगठन आइएस (इस्लामिक स्टेट) राज्य की ओर कदम बढ़ा रहा है। सिक्योरिटी ग्रिड को एकजुटता से इस संगठन से निपटना होगा।
जनरल हुड्डा ने कहा कि अभी तक आइएस की राज्य में मौजूदगी का कोई बड़ा संकेत नहीं मिला है, लेकिन पाकिस्तान में इस संगठन को शह देने की कोशिशें हमारे लिए चिंता का विषय है। उत्तरी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ ने यह बात रविवार को कारगिल विजय दिवस पर कारगिल के द्रास में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा।
कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद उत्तरी कमान प्रमुख ने कहा कि कश्मीर में आइएस के झंडे फहराने के मामले को गंभीरता से लिया गया है। आइएस एक ऐसा आतंकवादी संगठन है जिसकी कट्टरपंथी विचारधारा को देखते यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि यह अपनी पकड़ न बना सके।
सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली एजेंसियों व शासन को मिलकर सुनिश्चित करना होगा कि यह आतंकी संगठन देश में अपनी जगह न बना पाए।
जनरल हुड्डा ने कहा कि हमें राज्य में आइएस के धीमे संकेत मिल रहे हैं। ऐसा अफगानिस्तान में भी देखा गया। वहां पैठ बनाने की कोशिश के चलते आइएस व तालिबान के बीच कई टकराव भी हुए हैं। वहीं, पाकिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के एक गुट ने आइएस को समर्थन दिया है। इसके मायने यह हैं कि वह आहिस्ता-आहिस्ता हमारी ओर बढ़ रहा है।
वहीं, जम्मू-कश्मीर में युवाओं के आतंकवाद में शामिल होने पर चिंता जताते हुए जीओसी इन सी ने कहा कि उनकी संख्या इतनी ज्यादा नहीं है कि इससे आतंकवाद को बढ़ावा मिले। खुफिया सूचना का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि गत वर्ष साठ के करीब युवा आतंकवादियों के ग्रुप में शामिल हुए थे, इनमें से अधिकतर दक्षिण कश्मीर से हैं। इस साल यह संख्या 30 से 35 के बीच है। दो तीन साल पहले तक यह संख्या दस से नीचे थी।
जनरल हुड्डा ने कहा कि ऐसा कुछ किया जाना चाहिए जिससे युवाओं को रोजगार के अधिक अवसर मिलें।
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साजिश के तहत संचार व्यवस्था को निशाना बनाया जा रहा
जम्मू : आर्मी कमांडर ने कहा कि मोबाइल नेटवर्क पर हमले रोकने के लिए सेना ने कई कदम उठाए हैं। मोबाईल नेटवर्क पर हमला सिर्फ दो लोगों के घायल होने तक सीमित नहीं होता, इससे आम लोग प्रभावित होते हैं। उन्होंने कहा कि सेना इसे गंभीरता से ले रही है।
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(इनसेटट)
450 के करीब आतंकी घुसपैठ की ताक में
जम्मू : जनरल हुड्डा ने कहा कि नियंत्रण रेखा के उस ओर साढ़े चार सौ के करीब आतंकवादी घुसपैठ के लिए मौके तलाश रहे हैं। इनमें 250 से 300 के बीच आतंकवादी यहां कश्मीर घाटी में घुसपैठ की ताक में हैं। सीमा के हालात से यह संदेह होता कि पाकिस्तानी सेना का राजनीतिक, कूटनीतिक स्तर पर विकास से वास्ता हो सकता है।
जीओसी इन सी ने माना कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व नवाज शरीफ के बीच बैठक के बाद भी घुसपैठ के लिए कोशिशों में कोई अंतर नहीं आया है।
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