विध्वंसक पोत आईएनएस विशाखापत्तनम मिलते ही दोगुनी हो जाएगी नौसेना की ताकत
भारतीय नौसेना की जंगी ताकत को और मजबूत बनाने के लिए प्रोजेक्ट 15-बी के तहत बनाए गए व राडार को चकमा देने में सक्षम और देसी हथियारों से लैस पहले विध्वंसक पोत आईएनएस विशाखापत्तनम को रविवार को समुद्र में उतारा जाएगा। इस युद्धपोत का मुंबई में मझगांव डॉक लिमिटेड में
नई दिल्ली। भारतीय नौसेना की जंगी ताकत को और मजबूत बनाने के लिए प्रोजेक्ट 15-बी के तहत बनाए गए व राडार को चकमा देने में सक्षम और देसी हथियारों से लैस पहले विध्वंसक पोत आईएनएस विशाखापत्तनम को रविवार को समुद्र में उतारा जाएगा। यह पूरी तरह से नौसेना में जुलाई 2018 में शामिल हो जाएगा। विशाखापत्तनम मिलते ही नौसेना की ताकत जल में दोगुनी हो जाएगी है।
इस युद्धपोत का मुंबई में मझगांव डॉक लिमिटेड में नौसेना प्रमुख एडमिरल आरके धवन की मौजूदगी में उनकी पत्नी मीनू धवन द्वारा जलावतरण किया जाएगा। नौसेना के जहाजों का जलावतरण पारंपरिक रूप से किसी महिला द्वारा ही किया जाता है। इस युद्धपोत को निर्धारित अवधि में बनाया गया है और इसका लांच भी समय से हो रहा है।
नौसेना के युद्ध उत्पादन व खरीद नियंत्रक, वाइस एडमिरल अशोक वी सुबेदार ने बताया कि प्रोजेक्ट 15-बी का पहला पोत आईएनएस विशाखापत्तनम कोलकाता श्रेणी के निर्देशित मिसाइल विध्वंसक की अगली श्रंखला का युद्धपोत है।
इस श्रंखला के चार युद्धपोत बनाने के लिए 28 जनवरी, 2011 में अनुबंध किया गया था। उन्होंने कहा कि इसे निर्धारित समय में बनाया गया है और रविवार को समुद्र में वार उठने की संभावना है और उसी दिन इसे समुद्र में उतारा जाएगा।
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