Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    भारतीय सेना पीछे हटी, लेकिन 'डोकलाम' पर बनी रहेगी चीन से ज्‍यादा मजबूत पकड़

    By Tilak RajEdited By:
    Updated: Tue, 29 Aug 2017 12:51 PM (IST)

    चीन की सेना पीछे हट रही है, इसे भारत की कूटनीटिक जीत माना जा रहा है। दरअसल, चीन ने साफ कर दिया था कि जब तक भारतीय सेना पीछे नहीं हटेगी, तब तक चीनी सैन ...और पढ़ें

    Hero Image
    भारतीय सेना पीछे हटी, लेकिन 'डोकलाम' पर बनी रहेगी चीन से ज्‍यादा मजबूत पकड़

    नई दिल्‍ली, जेएनएन। भारत और चीन के बीच पिछले ढाई महीने से चला आ रहा डोकलाम विवाद सुलझ गया है। बताया जा रहा है कि चीन और भारत की सेनाएं अब पीछे हट रही हैं। भारतीय सेना यहां ट्राइ जंक्‍शन से पीछे जरूर हट रही है, लेकिन वो अपनी पहले वाली 'सैन्य लाभप्रद स्थिति' (चुंबी घाटी की पोस्‍ट) में है। यहां से भारतीय सेना चीन की गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए हुए है। 

    डोकलाम पोस्‍ट में तीनों दिशाओं में भारतीय सेना चीनी सेना के मुकाबले ऊंचाई पर है। इन सामरिक और सैन्य बढ़त ने डोकलाम में चीन को बुरी तरह उलझा रहा है, इसलिए वह बार-बार यहां अपना दावा पेश करता है। चीन भले बार-बार युद्ध की धमकी दे, लेकिन उसके लिए डोकलाम में किसी भी तरह की सैन्य कार्रवाई की राह आसान नहीं है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें



    टाइम्‍स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, डोकलाम ट्राई जंक्‍शन से सिर्फ 500 मीटर की दूरी पर भारतीय पोस्‍ट है, जो काफी ऊंचाई पर है। ऐसे में भारतीय सेना इस क्षेत्र पर चीन सेना की गतिविधियों पर आसानी से नजर रख सकती है। सेना के एक सूत्र ने बताया, 'देखिए, हमारे सैनिक यहां चुंबी घाटी की पोस्‍ट पर बेहद ऊंचाई पर हैं। चीन के मुकाबले यहां हम बेहद अच्‍छी पॉजिशन में हैं। अगर फिर चीनी सैनिक सड़क बनाने जैसी कोई हरकत करते हैं, तो हम फिर उन्‍हें रोकने के लिए तेजी से वहां पहुंच सकते हैं।'

    चीन की सेना पीछे हट रही है, इसे भारत की कूटनीटिक जीत माना जा रहा है। दरअसल, चीन ने साफ कर दिया था कि जब तक भारतीय सेना पीछे नहीं हटेगी, तब तक चीनी सैनिक वहीं डटे रहेंगे। लेकिन भारत ने भी अपने इरादे जाहिर कर दिए थे कि हम पीछे हटने वाले नहीं हैं। आखिरकार चीन इस बात पर राजी हो गया कि दोनों देशों की सेनाएं एक साथ पीछे हटेंगी।

    यह भी पढ़ें: भारत से ज्यादा चीन के लिए मुसीबत था डोकलाम विवाद, चिनफिंग ने ली होगी राहत की सांस